नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के दौरान विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आईएनडीआईए गठबंधन में शामिल कई दलों के सांसद में प्रदर्शन कर रहे हैं। विपक्षी सांसद बजट का संसद में विरोध कर रहे हैं। उन्होंने बजट में विपक्ष शासित राज्यों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया है। खरगे ने भी केंद्र पर हमला बोला है। उधर, राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान निर्मला सीतारमण ने करारा जवाब दिया है।
वित्त मंत्री ने कहा, ‘हर बजट में आपको हर राज्य का नाम लेने का मौका नहीं मिलता। कैबिनेट ने वडावन में एक पोर्ट बनाने का फैसला किया है, लेकिन कल बजट में महाराष्ट्र का नाम नहीं लिया। क्या इसका मतलब ये है कि हमने महाराष्ट्र को इग्नोर किया है।’ वित्त मंत्री ने पूछा कि कांग्रेस ने अपने बजट में सभी राज्यों का नाम लिया था।
अगर बजट के दौरान किसी राज्य का नाम नहीं लिया तो इसका मतलब ये है कि भारत सरकार की योजनाएं इन राज्यों के लिए नहीं हैं? कांग्रेस जनता को गुमराह कर रही है कि हमारे राज्यों को कुछ भी नहीं दिया गया। यह एक अपमानजनक आरोप है।
क्या बोले खरगे?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बजट को लेकर केंद्र पर हमला बोला। उन्होंने बजट को भ्रामक कहा है। उन्होंने कहा कि बजट में सिर्फ बीजेपी के सहयोगी दलों के लिए घोषणाएं हुई हैं। किसी को कुछ नहीं मिला है।
खरगे ने आगे कहा कि ये सब कुर्सी बचाने के लिए हुआ है। हम बजट का विरोध करते रहेंगे। हमारा गठबंधन इसके खिलाफ प्रदर्शन करेगा। अगर संतुलन नहीं होगा तो विकास कैसे होगा।