सरकार ने जो गारंटी दी है वो पूरा करेंगे’, बजट सत्र से पहले बोले PM मोदी

बजट सत्र के सुचारु संचालन के लिए रविवार को सरकार की ओर से सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सरकार की ओर से राज्यसभा में पार्टी के नेता जेपी नड्डा, संसदीय कार्यमंत्री किरण रिजिजू व कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल सहित 44 दलों के 55 नेता शामिल हुए।

जनता ने अपना फैसला दे दिया है: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने संसद को सुचारू रूप से चलाने पर जोर देते हुए कहा,”मैं देश के सभी सांसदों से अनुरोध करना चाहूंगा कि जनवरी से लेकर अब तक हमें जितना संघर्ष करना था, हमने किया है, लेकिन अब वो दौर पूरा हो चुका है, जनता ने अपना फैसला दे दिया है।”

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा,”मैं सभी दलों से कहना चाहूंगा कि पार्टी लाइन से ऊपर उठकर देश के लिए खुद को समर्पित करें और संसद के इस गरिमामय मंच का अगले 4.5 साल तक उपयोग करें। जनवरी 2029 के चुनावी वर्ष में आप कोई भी खेल खेल लें, लेकिन तब तक हमें किसानों, युवाओं और देश के सशक्तिकरण के लिए भाग लेना चाहिए।”

यह बजट अमृत काल के लिए महत्वपूर्ण बजट: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा,”यह गर्व की बात है कि 60 साल के बाद कोई सरकार तीसरी बार सत्ता में आई है और तीसरी बार पहला बजट पेश करेगी। मैं देश के लोगों को गारंटी देता रहा हूं और हमारा मिशन इसे जमीन पर उतारना है।

पीएम मोदी ने कहा कि यह बजट अमृत काल के लिए महत्वपूर्ण बजट है। आज का बजट हमारे कार्यकाल के अगले 5 वर्षों की दिशा तय करेगा। यह बजट हमारे विकसित भारत के सपने का मजबूत आधार भी बनेगा।”

ये बजट हमारे पांच साल की दिशा तय करेगा: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने आगे कहा,”कल हम जो बजट पेश करेंगे, वह अमृतकाल का महत्वपूर्ण बजट है। हमें पांच साल का जो अवसर मिला है, ये बजट हमारे पांच साल की दिशा तय करेगा। यह बजट 2047 विकसित भारत के सपने को मजबूत बनाने वाला होगा।”

यह एक सकारात्मक सत्र होना चाहिए: पीएम मोदी
मानसून सत्र से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “आज सावन का पहला सोमवार है। इस पावन दिन पर एक महत्वपूर्ण सत्र शुरू हो रहा है। मैं सावन के पहले सोमवार पर देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूं। आज संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। आज पूरे देश की नजर इस पर है। यह एक सकारात्मक सत्र होना चाहिए।”

संसद में छह विधेयक प्रस्तुत किए जाएंगे
केंद्र सरकार ने बताया कि 22 जुलाई से 12 अगस्त तक चलने वाले सत्र में 19 बैठकें होंगी। 22 जुलाई को आर्थिक सर्वेक्षण और 23 को बजट पेश किया जाएगा। छह विधेयक भी संसद में प्रस्तुत किए जाने हैं।

सरकार ने सभी दलों से सत्र के सुचारु संचालन के लिए सहयोग मांगते हुए आश्वस्त किया कि सरकार हर जरूरी मुद्दे पर सकारात्मक चर्चा को तैयार है। मगर, इस चर्चा के दौरान विपक्षी दलों के नेताओं ने जिस तरह से मुद्दों को प्रमुखता से रखा है, उससे साफ संकेत मिलता है कि सत्र हंगामेदार होगा।

संसद में पक्ष-विपक्ष के बीच जबरदस्त टकराव के आसार
केंद्र सरकार ने सभी दलों से सत्र के सुचारू संचालन में सहयोग मांगते हुए आश्वस्त किया कि हर आवश्यक मुद्दे पर सकारात्मक चर्चा के लिए सरकार तैयार है। मगर, इस चर्चा के दौरान विपक्षी दलों के नेताओं ने जिस तरह से मुद्दों को प्रमुखता से रखा है, उससे साफ संकेत मिलता है कि सत्र हंगामेदार ही होगा और सत्ता पक्ष-विपक्ष के बीच टकराव खूब देखने को मिल सकता है।

क्या होगी इस बार बजट की थीम?
मॉर्गन स्टेनली इंडिया की चीफ इकोनोमिस्ट उपासना चाचरा की रिपोर्ट कहती है कि इस बार के बजट का मुख्य थीम तीन मुद्दों पूंजीगत खर्चे के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने, सामाजिक क्षेत्र के आवंटन में ज्यादा वृद्धि और विकसित भारत पर आधारित हो सकता है।

भौतिक, डिजिटल और सामाजिक ढांचागत सुविधाओं पर सरकार का जोर पहले से ज्यादा हो सकता है।

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