पटना। बिहार की सियासत एक बार फिर से नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू चर्चा में आ गई है। दिल्ली में चल रही जेडीयू कार्यकारिणी की बैठक में एक अहम फैसला लिया गया। इस फैसले के तहत संजय झा को जेडीयू का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
संजय झा को जिम्मेदारी मिलने के बाद अब सियासी जगत में चर्चा है कि आखिर संजय झा को ही क्यों मिली यह जिम्मेदारी? तो आइए आपको समझाते हैं कि आखिर इस फैसले के पीछे की वजह क्या है? नीतीश कुमार ने कैसे चक्रव्यूह रच दिया है।
बीजेपी के करीबी माने जाते हैं संजय झा
संजय झा को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने का निर्णय महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्हें भाजपा नेतृत्व के साथ अच्छे समीकरण के लिए जाना जाता है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि संजय झा भाजपा से अच्छी डील हासिल करने और दोनों पार्टियों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखने के लिए उपयुक्त हैं। संजय झा कई भाजपा नेता के करीबी माने जाते हैं। कहा यह भी जाता है कि वह नीतीश कुमार के हर निर्णय में अपनी राय रखते हैं।
जेडीयू के NDA खेमे में वापसी में भी संजय झा की अहम भूमिका मानी जाती है
माना यह भी जाता है कि संजय झा ने इस साल जनवरी में जेडीयू को एनडीए में शामिल कराने में अहम भूमिका निभाई थी। हालांकि, इस तरह की आधिकारिक तौर पर कोई बात सामने नहीं आई है।