24 जून की सुबह से ही गर्मी से लोगों का हाल-बेहाल था। लोग पसीना-पसीना रहे थे। सुबह दस बजते-बजते सूरज ने तपिश बढ़ाना शुरू कर दिया। दोपहर 12 बजे के बाद मौसम का मिजाज अचानक बदला। बादल छाने से सूरज की तपिश कमजोर पड़ गई। अचानक तेज हवाएं चलने लगीं और आंधी शुरू हो गई।
पहली बारिश में रोडवेज बस स्टेण्ड प्रांगण में नहाते बच्चे
मानसून से पहली की बारिश से 24 जून को पारे में गिरावट दर्ज की गई। पहले आंधी और फिर करीब 20 मिनट की बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिल गई। मानसून की आहट से धान की रोपाई की तैयारी कर रहे किसानों के चेहरे पर रौनक आ गई। जल्द ही जिले में धान की रोपाई शुरू हो जाएगी। सोमवार को न्यूनतम तापमान 30 डिग्री व अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
24 जून की सुबह से ही गर्मी से लोगों का हाल-बेहाल था। लोग पसीना-पसीना रहे थे। सुबह दस बजते-बजते सूरज ने तपिश बढ़ाना शुरू कर दिया। दोपहर 12 बजे के बाद मौसम का मिजाज अचानक बदला। बादल छाने से सूरज की तपिश कमजोर पड़ गई। अचानक तेज हवाएं चलने लगीं और आंधी शुरू हो गई। इससे दोपहिया वाहन चालकों को वाहन चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ा। दोपहर बाद बारिश होने लगी। करीब 20 मिनट की बारिश से पारा गिर गया। बारिश से धान की नर्सरियों की प्राकृतिक रूप से सिंचाई हो गई।
जल्द शुरू होगी धान की रोपाई
हाथरस के किसान खरीफ सीजन में प्रमुख रूप से धान की फसल उगाते हैं। इस साल जिले में करीब 26000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में धान की रोपाई का लक्ष्य है। किसान धान की फसल की तैयारी में जुटे हैं। अधिकांश किसानों ने धान की नर्सरी तैयार कर रखी है। किसानों को रोपाई के लिए मानसून का इंतजार था।
बारिश की स्थिति
मई माह में हुई बारिश – 5.25 एमएम
24 जून को हुई बारिश – 2-3 एमएम
हाथरस के किसान खरीफ के सीजन में प्रमुख रूप से धान, बाजरा आदि फसलें उगाते हैं। धान की रोपाई के लिए काफी किसानों ने नर्सरी तैयार कर रखी है। धान की रोपाई के लिए किसानों को बारिश का इंतजार है। मानसून की आहट हो चुकी है। अब जल्द ही जिले धान की रोपाई शुरू हो जाएगी।- आरके सिंह, जिला कृषि अधिकारी, हाथरस।