लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार की समीक्षा के लिए रविवार यानी 23 जून को पार्टी की राष्ट्रीय स्तर की विशेष बैठक बुलाई। बैठक में पार्टी को नए सिरे से खड़ा करने की तैयारियों को लेकर मायावती ने कई अहम फैसले लिए है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को फिर से पार्टी का राष्ट्रीय संयोजक और अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बनाया।
बसपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में मायावती ने पार्टी की सदस्यता शुल्क को 200 रुपये से घटाकर 50 रुपये करने का भी निर्णय किया है।
चार जून को अठारहवीं लोकसभा चुनाव के नतीजे में पार्टी दस सांसदों से शून्य पर सिमट चुकी है। पार्टी का जहां पहले से ज्यादा खराब प्रदर्शन रहा है, वहां के कोआर्डिनेटरों से लेकर जिला स्तर के कई पदाधिकारियों के खिलाफ अब तक कार्रवाई भी हो चुकी है। इसके बाद मायावती ने उत्तर प्रदेश के साथ ही पार्टी के देशभर के सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों की विशेष बैठक की।
विस चुनाव में खराब प्रदर्शन में बसपा खो देगी राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा!
बता दें कि इस सामूहिक बैठक के बाद बसपा प्रमुख अलग-अलग राज्यों के पदाधिकारियों के साथ भी बैठक करेंगी। झारखंड, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र व हरियाणा में निकट भविष्य में विधानसभा चुनाव को देखते हुए मायावती वहां कि टीम में व्यापक बदलाव कर सकती हैं ताकि विधानसभा चुनाव में पार्टी का पहले से बेहतर प्रदर्शन रहे। उल्लेखनीय है कि राज्यों के विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन रहने पर बसपा राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा भी खो सकती है।