हमीरपुर : राठ कस्बे से कल शाम को अपहरण हुए 60 वर्षीय बुजुर्ग किसान का शव संदिग्धावस्था में फांसी के फंदे पर लटका मिलने से हड़कंप मच गया। मृतक की पत्नी ने कल ही चार नामजद लोगों के खिलाफ राठ कोतवाली में पति के अपहरण की तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने अनसुनी कर दी। फांसी के फंदे पर लटका शव मिलने के बाद पुलिस ने आरोपियो की धरपकड़ शुरू कर दी है। घटना से मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
थाना जरिया के पचखुरा गांव निवासी मूरत सिंह यादव राठ कस्बे के पठानपुरा मोहल्ले में पत्नी आशा के साथ रहता है। आशा ने शनिवार की शाम को राठ कोतवाली में पति के अपहरण की तहरीर दी थी। इस तहरीर में पचखुरा गांव के चार लोगों के नाम थे, जो उसी के परिवार के थे। पत्नी ने पति के साथ किसी अनहोनी की आशंका भी जताई थी। लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया।
रविवार की सुबह राठ कस्बे के साई मंदिर के पीछे पेड़ से लटका हुआ मूरत सिंह का शव मिलने से हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही राठ के साथ-साथ थाना जरिया की पुलिस मौके पर पहुंच गई। सीओ राठ दिलीप सिंह भी मौके पर पहुंच गए हैं। मृतक की पत्नी ने अपहरणकर्ताओं पर पति की हत्या कर शव को टांगे जाने का आरोप लगाया है। पुलिस तहरीर में नामजद किए गए आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
18 जून को हुई थी मूरत के साथ मारपीट
फांसी के फंदे पर लटके मिले मूरत सिंह का उत्पीड़न कई रोज से पारिवारिक सदस्यों द्वारा किया जा रहा था। इन लोगों ने उसके मकान में भी कब्जा कर रखा था। वह कई दिनों से पुलिस के चक्कर लगा रहा था। थाना जरिया के पचखुरा गांव में 18 जून को मूरत सिंह के साथ घर में घुसकर मारपीट हुई थी। उसकी पत्नी आशा को भी पीटा गया था। पति-पत्नी बचते-बचाते निकल पाए थे। इस घटना की तहरीर भी दी गई थी, लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ। 18 जून को पुलिस के उच्चाधिकारियों से मिलने के बाद मूरत सिंह ने खुद की हत्या की भी आशंका जताई थी। यदि समय रहते पुलिस इस पारिवारिक झगड़े को गंभीरता से लेती तो शायद मूरत की जान बच जाती।