- डीएम की नाराजगी के बाद एसपी ने लिया एक्शन
- आईएएस एसोसिएशन ने घटना की रिपोर्ट की तलब
बाराबंकी। ज़िले में ड्यूटी से लौट रही आईएएस अफ़सर की गाड़ी रोककर पुलिस ने बत्ती और हूटर उतरवा दिया। इस बीच आईएएस अधिकारी के चालक ने बताया कि यह गाड़ी जिले में तैनात एक ज्वाइंट मजिस्ट्रेट की है। लेकिन पुलिस वालों ने उसकी बातों को दरकिनार कर गाड़ी में लगा हुटर व बत्ती को हटा दिया। इसकी जानकारी ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने तत्काल डीएम को दी। डीएम की सूचना पर नाराज एसपी ने नगर कोतवाली में तैनात मुख्य एसएसआई व एसआई को लाइन हाजिर कर दिया। वहीं इस घटना के बाद आईएएस एसोसिएशन ने पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट मांगी है। जानकारी के मुताबिक गुरुवार देर शाम शहर के पटेल चौराहे पर जिले में जॉइंट मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात एक आईएएस अधिकारी की गाड़ी रोककर पुलिस ने लाल बत्ती और हुटर उतरवा दिया। साथ ही उसका वीडियो बनाकर शोशल मीडिया में वायरल कर दिया कि देखो पुलिस कैसे आईएस अफ़सर की बत्ती भी उतार दे देती है। जब आईएएस अफ़सर की गाड़ी से बत्ती और हुटर हटाया जा रहा था। तो गाड़ी के चालक ने बताया कि यह गाड़ी एक आईएएस अधिकारी की है जोकि जनपद में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात है। लेकिन पुलिस ने सुनकर भी अनसुना कर दिया। इस घटना की जानकारी जब डीएम सत्येंद्र कुमार को हुई। तो वह नाराज़ हुए और तत्काल एसपी से उक्त कार्य करने वाले पुलिस कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिसके बाद एसपी दिनेश सिंह ने हुटर व बत्ती उतारने वाले एसएसआई नगर कोतवाली विष्णु शर्मा और एसआई मनोज सिंह को लाइन हाजिर कर दिया। वहीं इस घटना के संबंध में आईएएस एसोसिएशन की और से रिपोर्ट मांगी गई है।