बहराइच। आदर्श आचार संहिता समाप्त होने के बाद थानों व कोतवालियों पर महीनों से अंगद के पांव की तरह जमे थानेदारों व कोतवालों के माथे पर चिंता की लकीरें नजर आने लगी हैं। अपराधियों पर शिकंजा कसने में नाकाम रहने के बाद भी कुंडली मारकर कुर्सी पर बैठे निरीक्षकों को अब तबादले का डर साफ दिख रहा है।
एसपी की तबादला एक्सप्रेस जल्द चलने की संभावना है। इसके मद्देनजर जहां कुछ लोग खादी धारियों की ड्योढ़ी पर दस्तक दे रहे हैं, वहीं कुछ लोग उच्चाधिकारियों की चौखट नाप रहे हैं। पुलिस अधीक्षक का कार्यभार संभालने के बाद वृंदा शुक्ल ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने पहुंच और रसूख के दम पर कुर्सी पर जमे कई लोगों को पुलिस लाइन व अन्य शाखाओं में तैनात कर कड़ा संदेश दिया कि ‘काम करोगे तो राज करोगे’।
जिले में लगभग छह माह से अधिक का कार्यकाल पूरा कर चुकीं एसपी अब भौगोलिक स्थिति से परिचित होने के साथ तैनात खाकीधारियों की कार्यशैली की समीक्षा भी कर चुकी हैं। फेरबदल की संभावना को देखते हुए मानक के अनुरूप कार्य करने में विफल खाकीधारी अपनी कुर्सी बचाने के लिए सत्ताधारी नेताओं से लेकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से जुगाड़ लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
पीड़ितों को न्याय दिलाना मेरी पहली प्राथमिकता है। कार्यों में लापरवाही बरतने वालों पर पैनी नजर है। कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए हर संभव कार्रवाई की जाएगी। – वृंदा शुक्ल, पुलिस अधीक्षक
हुजूरपुर एसओ निलंबित, रानीपुर एसएसआई हटाए गए
बहराइच : कानून-व्यवस्था में लापरवाही उजागर होने के बाद एसपी वृंदा शुक्ल ने बुधवार को एक थानाध्यक्ष पर निलंबन की कार्रवाई की और एक एसएसआई को हटा दिया है। एसपी ने बताया कि थानाध्यक्ष हुजूरपुर थानाध्यक्ष दिलीप शुक्ल की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। चेतावनी के बाद भी कार्यों में लापरवाही उजागर होने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया है। रानीपुर थाने में तैनात रहे एसएसआई वीरपाल सिंह को हटा दिया है।