नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी ने बीते दिन पीएम पद की शपथ ली। मोदी के साथ उनकी पूरी कैबिनेट ने भी अपने पद की शपथ ली। कैबिनेट में शामिल होने के लिए भाजपा ने अजित पवार गुट की एनसीपी को भी ऑफर दिया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। इसके बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज है।
अजित गुट के प्रफुल्ल पटेल को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का ऑफर था, लेकिन उन्होंने ये कहकर इसे ठुकरा दिया कि वो कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं और ये उनका डिमोशन होगा।
NCP दिख रही नाराज
एनडीए के सहयोगी और महाराष्ट्र सरकार में शामिल अजित पवार की पार्टी एनसीपी कैबिनेट मंत्री का पद न मिलने से नाराज लग रही है। हालांकि, प्रफुल्ल पटेल ने ऐसे मतभेद से इनकार किया है। उधर, अजित पवार ने भी कहा कि वो छोटा पद नहीं लेंगे, लेकिन सरकार से कोई मतभेद नहीं है।
क्या बोले प्रफुल्ल पटेल
प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि उन्हें मंत्री पद का ऑफर था, लेकिन वो राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) को लेकर अपना डिमोशन नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा कि मैं अपना पद नहीं गिराउंगा। दरअसल, प्रफुल्ल पटेल यूपीए सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री रह चुके हैं।
शरद गुट के संपर्क में एनसीपी नेता
उधर, लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में भी हलचल तेज है। कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं, इस कारण विभिन्न पार्टियां एक्शन मोड में है। शरद पवार गुट को लोकसभा चुनाव में ज्यादा महत्व मिलने के बाद अजित गुट के नेता उनके संपर्क में बताए जा रहे हैं।