अखबारो के माध्यम से डिप्टी सीबीओ ने पशुपालकों को दी अहम जानकारी
हैदरगढ़ बाराबंकी। गर्मियों में पशु को सबसे ज्यादा खुर पका और मुंह पका की बिमारी होती है, इसका टीका सभी पशुचिकित्सालयों पर निशुल्क उपलब्ध है, जो पशु पालक अपने पशुओ को लेकर चिकित्सालय नही पहुंच सकते है, उनके लिए हमारे पैरावेट घर घर जाकर पशुओ का टीका करण कर रहे है, उनका सहयोग करें और अपने पशुओं को गंभीर बिमारी से बचाएं। उक्त बात सोमवार को डिप्टी सीबीओं शुचि शुक्ला ने पत्रकारो के माध्यम से पशुपालकों को संदेश दिया है।
उपमुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया है कि इस समय भीषण गर्मी और लू का प्रकोप चल रहा है। हमारे पशुपालक अपने पशुओं की देखभाल ठीक ढंग से करें। पशुओ को छायादार स्थान पर बांधने की व्यस्था सुनिश्चित करे साथ-साथ चारे और पानी की व्यवस्था ठीेक ढंग से करना चाहिए। गर्मी में सबसे ज्यादा दुधारू पशुओं मेें समस्या आती हैं, ऐसे पशु गर्मी के चलते दूध कम कर देते है। जो पशु दूध देने वाले होते है उनको हरे चारे की व्यवस्था करे साथ ही दूध की जितनी मात्रा है उसके मुताविक पशुओं को किलो से ढेड़ किलो राशन देना चाहिए इससे पशुओं में दूध की कमी नही होगी। डा. शुचि शुक्ला ने आगे बताया कि ठंठी जलवायु दुधारू पशुओं के लिए मानवीय है अगर कोई भी पालतू पशु है और लगातार धूप के संपर्क में रहता है तो उसका स्वास्थ्य प्रभावित होता है। बढ़ती गर्मी के साथ साथ पशुओं में रोग फैलने की संभवानाएं भी बढ़ जाती है।
इसलिए सभी पशुपालक अपने पशुओं को नियमित देखभाल करें, यदि किसी प्रकार की समस्या होती है अथवा पशुओं में बिपरीत लक्षण दिखाई पड़ते है तो पशु चिकित्सालय के नजदीक रहने वाले पशु पालक पशुओं को वहां ले लाएं अथवा सरकार द्वारा संचालित निशुल्क एम्बूलेंस को फोन करें। उन्होने यह भी बताया कि जो पशु बीमार है, जब तक उनका ट्रीटमेंट शुरू नही होता तब तक बर्फ वाला पानी ले और उसे बार बार धोना चाहिए अथवा ठंडे पानी में बोरी भीगो कर पशुओं के ऊपर पर रख देना है। डिप्टी सीबीओं ने यह भी बताया कि समय समय पर पशुपालक पशुओं का टीकाकरण भी करवाते रहे, जिससे पशु निरोगी और स्वस्थ रहेगे। उन्होन कहा की हमारे कुछ पशुपालक पशुओं को टीका नही लगवाते उनका मानना है कि टीकारण करवाने से पशुओं को बुखार आता है, लेकिन ऐसा नही है टीकारण करने के उपरांत कुछ पशुओं में असमान्य लक्षण देखने को मिलता जो 24 घंटे के बाद अपने सामान्य अवस्था में आ जाता है। यदि इसके बावजूद पशु ठीक नही होता तो उसे पशुचिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। टीकाकरण करवाने से किसी प्रकार की हानि नही होती है। सीबीओं ने क्षेत्रीय पशुपालको से टीकाकरण करवाने की अपील किया है।
दुधारू पशुओं का कराएं बीमा
पशु चिकित्सा अधिकारी डा. शुचि शुक्ला ने बताया कि पशुपालक अपने दुधारू पशुओं के अलावा अन्य सभी पालतू पशुओं का बीमा अवश्य करवाएं। बीमा करवाने के लिए नजदीकी पशु चिकित्सालय जाएं और वहां मौजूद चिकित्सक अथवा फार्मासिस्ट से संपर्क करें। पशुओं का बीमा राशि सामान्य है जिसमें दुधारू पशुओं का मूल्यांकन कर बीमा किया जाता है। उन्होने बताया कि भैस गाय का बीमा समथिंग 5 सौ के आस पास होता है वही भेड़, बकरी सहित अन्य जानवरो का अलग अलग राशि पे करना होता है। इसकी समुचित जानकारी पशुपालक अपने नजदीकी पशुचिकित्सालय से प्राप्त कर सकते है।