बालरोग विशेषज्ञ डॉ एके उपाध्याय व साहित्यकार डॉ नवचंद्र तिवारी ने दीप प्रज्जवलित कर किया शुभारंभ
बलिया। संगीत जीवन में रंग भरने का सशक्त माध्यम है। यह साधना, त्याग व तपस्या है। इसी सन्दर्भ में ग्रीष्मावकाश में खेल-खेल में ही बच्चों को जोड़ने व प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से रामपुर महावल स्थित पं पारसनाथ उपाध्याय स्मृति ट्रस्ट द्वारा संचालित डॉ अरविंद म्यूज़िक एकेडमी में 30 दिवसीय संगीत प्रशिक्षण का कार्यशाला चल रहा है। इस समर कैंप में संस्था के सचिव व संगीत प्रशिक्षक डॉ अरविंद उपाध्याय के देख-रेख में गायन, वादन, नृत्य, कविता पाठ, कहानी, ड्राइंग, योग, पेंटिंग, पारंपरिक खेल आदि रचनात्मक विधाओं में बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं।
कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला चिकित्सालय के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ ए के उपाध्याय व विशिष्ट अतिथि प्रख्यात शिक्षक व साहित्यकार डॉ नवचंद्र तिवारी के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने संस्था की प्रशंसा करते हुए कहा कि बच्चों को ग्रीष्मावकाश में हुनरमंद बनाने का बड़ा ही सुंदर प्रयास है। ऐसे प्रयासों को बढ़ावा देना चाहिए। वे पढ़ाई के तनाव से मुक्त होकर मस्ती में बहुत कुछ सीख रहे हैं। जनपद में पहली बार ऐसी संस्था में मुझे आकर गर्व की अनुभूति हो रही है। उन्होंने बच्चों को फास्ट व जंक फूड खाने से मना किया। स्वस्थ रहने का मूल मंत्र बताया।
विशिष्ट अतिथि डॉ नवचंद्र तिवारी ने संस्था के कदम की सराहना करते हुए कहा कि समर वेकेशन में समय का सदुपयोग करने का यह सबसे अच्छा माध्यम है। यही मौका है जब चिंता मुक्त होकर बच्चे मस्ती में आकर कुछ हुनर सीखते हैं।
बताते चलें कि इसी वर्ष इस संस्था के आठ विद्यार्थी उत्तर प्रदेश व बिहार शासन के अंतर्गत संगीत विभाग में नियुक्त हो चुके हैं। यह संस्था व जनपद के लिए गर्व की बात है। इस संस्था में समाज में योगदान करने वाले बुद्धिजीवियों को बच्चों के मार्गदर्शन हेतु लगभग प्रतिदिन आमंत्रित किया जाता है। इस अवसर पर विभिन्न विधाओं के ट्रेनर आनंद जी वर्मा, सुशील तिवारी, चांदनी यादव, प्राची तिवारी, देवेश मणि उपाध्याय, बिरजू, जयप्रकाश, सुशील सिंह, श्याम जी वर्मा, रवि वर्मा, आदित्य गुप्ता आदि थे। अतिथियों का आभार जया उपाध्याय ने किया।