सरकारी संपत्ति पर अवैध कब्जा की शिकायत से माफियाओं में मचा हड़कंप
बिलसंडा नगर पंचायत के जिम्मेदार अवैध कबजेदारों को बार-बार दे रहे संरक्षण
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भू माफिया और भ्रष्टाचारियों की कमर तोड़कर उन्हें जेल में बंद कर रही है वहीं दूसरी ओर जनपद पीलीभीत के बिलसंडा आदर्श नगर पंचायत की सरकारी संपत्ति बंजर भूमि को भू माफिया अवैध रूप से कबजाकर सिस्टम की मिली भगत से रातों-रात दुकानों का निर्माण करने में जुटे हैं संबंधित अधिकारियों से की गई शिकायत के बाद भी अवैध कब्जा धारकों के द्वारा कराए जा रहे अवैध तरीके से निर्माण का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है
नगर के मोहल्ला पक्का तालाब निवासी संतोष वर्मा ने संपूर्ण समाधान दिवस बीसलपुर में तत्कालीन जिलाधिकारी प्रवीण कुमार को नामजद शिकायती पत्र देकर बताया कि नगर पंचायत की सरकारी संपत्ति गाटा संख्या 234 बंजर भूमि पर भू माफियाओं के द्वारा अवैध तरीके से निर्माण करा कर किरायेदारों से अवैध वसूली किए जाने सिलसिला शासन प्रशासन से बेखौफ होकर जिम्मेदारों के संरक्षण में जारी है सरकारी संपत्ति को कब्जा मुक्त कराकर आरोपियों के खिलाफ भू माफिया के तहत कार्रवाई कराए जाने की गुहार लगाई l
जिलाअधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए उस दौरान तत्कालीन एसडीएम सचिन राजपूत ब राजस्व विभाग की टीम जांच करने मौके पर पहुंची और जांच की तो वह भी दंग रह गए एसडीएम सचिन राजपूत ने अवैध कबजेदारों को 7 दिन का अल्टीमेटम देते हुए स्वयं अपना अपना कब्जा हटाने को कहा यही वजह है कि सिस्टम की मिली भगत के चलते आज तक किसी ने भी अपना कब्जा नहीं हटाया कार्रवाई अमल में आती उसी दौरान एसडीएम सचिन राजपूत का स्थानांतरण हो गया l जिसके बाद एसडीएम बीसलपुर महिपाल सिंह के मामला संज्ञान में पहुंचते ही फिर मामला तूल पकड़ गया l उन्होंने नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी को मामले की निष्पक्ष जांच कर कर कार्रवाई के निर्देश दिए तो नगर के अवैध कब्जा धारकों में हड़कंप मच गया अधिशासी अधिकारी ने हल्का लेखपाल और नगर पंचायत प्रशासन की टीम को मौके पर भेज कर पैमाइश कराई गई l तो मौके पर नगर निवासी प्रवीण , प्रमोद , पंकज ,पुत्र सत्य प्रकाश ,एवं ओमप्रकाश ,पुत्र श्यामसुंदर का स्थाई रूप से अवैध कब्जा पाया गया l वहीं दूसरी ओर नगर निवासी डॉक्टर आनंद प्रकाश गुप्ता पुत्र रामगोपाल के द्वारा किए गए कब्जे की शिकायत को लेकर टीम में शामिल नायब तहसीलदार ने किरायेदारों के ब्याज दर्ज किए l आरोप है कि लेखपाल ने आरोपियों से मिली भगत कर अपनी जांच रिपोर्ट में लीपा पोती करते हुए कुछ अवैध कबजेदारों को क्लीन चिट दे दी इस मामले में नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी से फोन पर जानकारी लेने के लिए कई बार फोन किया लेकिन उनका उनका फोन नहीं उठा l जिस कारण यह मामला नगर में चर्चा का विषय है।