शुक्लागंज के बंद पड़े पुल के कारण जाम को झेलती जनता,धड़ल्ले से चलते स्लाटर हाउस,वायु मे जहर घोलती ग्लू फैक्ट्रियां सहित पीने का शुद्ध पानी बन चुका जिले की मुख्य समस्या
उन्नाव। लोकसभा चुनाव के चौथे चरण का मतदान जिले मे 13 मई को होना है। लोकसभा चुनाव 2024 मे जिले मे 8 प्रत्याशी चुनावी समर के मैदान मे उतरे है। जिनमे से वर्तमान सांसद भाजपा से साक्षी महाराज तीसरी बार प्रत्याशी के रुप मे खड़े है। वहीं सपा की अन्नू टंडन इसबार इण्डिया गठबंधन की प्रत्याशी के रुप मे मजबूत दावेदार दिखाई दे रहीं हैँ। जबकि बसपा से अशोक कुमार पाण्डेय नये चेहरे के रुप मे शामिल दिखाई दे रहे हैँ। बाकी अन्य 5 प्रत्याशी भी जीत का दंभ भरते दिखाई दे रहे हैँ। वहीं करीब पिछले 10 साल से जनता की कई समस्याओं का साक्षी बन चुका जिला उन्नाव लोकसभा के इस चुनाव मे अच्छे प्रत्याशी की चाह रखते हुए फिर से एक बार अपनी एक बेहतर तस्वीर बनाने की राह देख रहा है।
बंद पुल शुक्लागंज वासियों के लिए बड़ा मुद्दा
जनता की बात की जाये तो शुक्लागंज के रहने वाले कमलेश, वीरेंद्र, सुखलाल रीना देवी, अनामिका यादव, रूपरानी, मोहन, राकेश, शिवलाल, वीरेंद्र शुक्ला ने बताया कि नगर की मुख्य समस्या 4 साल से बंद पड़ा पुराना गंगा पुल है। पुल के एक पिलर मे आयी दरारों के कारण लोगों की सुरक्षा की बात कहते हुए पीडब्लूडी के अधिकारियों ने पुल को बंद कर दिया था। जिसके कारण शुक्लागंज की जनता नवीन गंगापुल पर आये दिन जाम की समस्या को झेलती है। जाम के कारण इलाज न मिलने से कई लोगों ने अपनी जान भी गवा दी। तमाम शिकायतों के बावजूद सत्तापक्ष का कोई भी प्रतिनिधि समस्या से निजात नहीं दिला सका जिसके कारण जनता पूरी तरह से परिवर्तन के इन्तजार मे है।
वर्षों से धधक रहीं ग्लू भट्ठियां जनता परेशान
जाजमऊ स्थित डकारी, कर्मी बिझलामऊ के अलावा आस पास में कई वर्षों से अवैध रुप से ग्लू भट्ठियां धधक रहीं हैं। भट्ठियों से निकलने वाले जहरीले धुएं से दर्जनों ग्रामीण गंभीर बीमारियों की चपेट में हैं। रातों दिन धुआं उगल रही भट्ठियां के कारण डकारी, त्रिभुवन खेड़ा, सिपाहिन खेड़ा, मंशा खेड़ा, रजवा खेड़ा, लोचन खेड़ा, लखापुर, तुर्किया बदरका, रामगंज, पपरिया, कर्मी, बिझलामऊ, बबुरिया समेत करीब एक दर्जन से अधिक गांवों के लोग जहरीले धुएं से त्रस्त हो गए हैं।
त्रिभुवन खेड़ा व कटरी के रहने वाले अशोक पाल, रबीद्र सिंह, दीपचंद,रानी, सुखदेई, रीना ने बताया की क्षेत्र मे धड़ल्ले से ग्लू फैक्ट्रियां वायु प्रदूषण कर हवा मे जहर घोल रहीं हैँ जिसके कारण हवा के साथ साथ पानी भी दूषित हो गया है जो गंभीर बिमारियों को बढ़ा रहा है। वहीं संचालक लकड़ी जलाने के बजाय चमड़े का छीलन और कतरन प्रयोग कर रहे हैं। जिससे उठने वाला धुएं से आसपास के लोग परेशान हो गये हैं। कई बार शिकायत करने पर भी कोई सुनवाई नहीं होती न अभी तक कोई सत्ताधारी प्रतिनिधि क्षेत्र मे समस्याओ सुनने आया हैँ।
धड़ल्ले से चल रहे स्लाटर हाउस नहीं हुए बंद उन्नाव के रहने वाले गोविन्द, फाययाज, श्याम सुन्दर, मोतीलाल, भगवान यादव, मयंक दीक्षित सहित अन्य लोगों ने बताया पिछले कई चुनाव मे मौजूदा सांसद ने जिले मे धड़ल्ले से संचालित कई स्लाटर को बंद करने की बात कही थी लेकिन 10 साल बीत चुके हैँ स्लाटर हाउस की संख्या बढ़ती जा रहीं हैँ। जबकि 2019 मे हुए पिछले चुनाव मे सभी को बीजेपी प्रत्याशी द्वारा बंद करने करवाने की बात बोली गयी थी। बांगरमऊ के रहने वाले दीनदयाल, मोहन यादव, रामविलास सिंह, जगदीश, रुपतारा सहित अन्य लोगों ने ने बताया की सम्पर्क मार्ग और मुख्य सडक पूरी तरह बेहाल हैँ तमाम गड्ढे हैँ जिसके कारण आये दिन दुर्घटनाये होती रहती हैँ और कइयों ने अपनी जान गवा दी लेकिन मौजूदा सांसद कभी क्षेत्र का हालचाल लेने नहीं आये। जनता से हुई बात के दौरान जिले मे समस्याओं का अम्बार नजर आया। जनता का साफ कहना रहा कि 10 साल से समस्याओ का साक्षी बना उन्नाव अब परिवर्तन के इन्तजार मे हैँ।
बदहाली के आंशू बहाते सांसद के गोद लिए गॉव सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत 2015-16 मे चयनित गाँव टिकरगढ़ी भाजपा के मौजूदा सांसद द्वारा गोद लिया गया था। जिसमे कई विकास कार्य होने थे लेकिन ग्रामीणों को दी जाने वाली कोई भी योजना धरातल पर ना उतर सकी जिसके कारण गोद लिए गांव की हालत बद से बदत्तर हो चुकी है। गॉव के रहने वाली सुशीला, मंजू देवी, रामवती, प्रकाश, रामकिशन ने बताया कि गांव मे मकान कच्चे बने हैँ,मार्ग मे खड़ंजा बिछा हुआ हैँ, पीने के लिए गांव मे एक हैण्डपम्प जिसके लिए लाइन लगाना पड़ता हैँ। गांव के लोग कई समस्याओं से जूझ रहे रहे हैँ पर कोई भी सुनवाई नहीं हुई। सांसद भी गोद लिए गॉव का हाल चाल लेने नहीं आये।