-प्रसव दौरान महिला ने बेटी को दिया था जन्म, एक माह से अधिक समय से चल रहा था इलाज
उन्नाव। सदर कोतवाली क्षेत्र के हिरननगर मोहल्ला स्थित एक निजी अस्पताल में शुक्रवार शाम एक माह से अधिक समय से भर्ती महिला की इलाज दौरान मौत हो गई। मौत को लेकर परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। मामला बढ़ता देख अस्पताल कर्मियों में हड़कंप मच गया और भाग खड़े हुए। जानकारी पर पुलिस मौके पर पहुंच कर मामला शांत करवाने में लगी हुई है।
सदर कोतवाली क्षेत्र के पीतांबर नगर मोहल्ला के रहने वाल राम कृष्ण गौतम की चौतीस वर्षीय बेटी आराधना की शादी कानपुर नगर थाना कल्याणपुर निवासी दीपक गौतम से हुई थी। आराधना के गर्भवती होने पर दीपक उसे बेहतर इलाज के लिए पिता राम कृष्ण के घर पर छोड़ गया था। चार अप्रैल को प्रसव पीड़ा होने पर पिता ने उसे हिरननगर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां कर्मियों ने उसका शहर के शिवनगर मोहल्ला स्थित एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन करवाया था। प्रसूता ने एक बेटी को जन्म दिया था। उसके बाद जच्चा व बच्चा को हिरननगर स्थित निजी अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया था। करीब एक माह से अधिक समय से महिला का हिरन नगर स्थित अस्पताल में इलाज चल रहा था। शुक्रवार शाम उसकी हालत बिगड़ने पर डॉक्टर ने अन्य अस्पताल ले जाने की सलाह देकर रेफर कर दिया। जब तक परिजन उसे अस्पताल ले जाते। इसी दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। महिला की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। मामले के तूल पकड़ने पर अस्पताल कर्मी मौके से भाग खड़े हुए । उधर, जानकारी पर अस्पताल चौकी प्रभारी प्रवीण पुंज मयफोर्स के मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का आश्वासन देते हुए हंगामा कर रहे परिजनों को समझा कर शांत कराया। परिजनों के मुताबिक बेटी का स्वास्थ्य ठीक है। आरोप है कि अस्पताल कर्मी की लापरवाही के चलते लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी आराधना को बचा नहीं सके।