बाराबंकी। बाराबंकी लोकसभा की तस्वीर लगभग साफ हो गई है। कांग्रेस की तरफ से पूर्व सांसद डॉ. पी.एल पुनिया के बेटेे तनुज पुनिया ने बुधवार को तीन प्रस्तावकों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर रिटर्निंग ऑफिसर सत्येन्द्र कुमार को अपना नामांकन पत्र सौंपा। बिना किसी हो हल्ला, रैली या प्रदर्शन के कांग्रेस प्रत्याशी तनुज पुनिया जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचे, हालांकि सदर विधायक धर्मराज सिंह यादव, पूर्व सांसद राम सागर रावत और पूर्व प्रमुख सुरेन्द्र सिंह वर्मा की मौजूदगी में कांग्रेस प्रत्याशी ने अपना नामांकन फॉर्म जिला निर्वाचन अधिकारी को सौंप दिया है।
बताते चलें कि बाराबंकी लोकसभा सीट पर भाजपा के बाद अब कांग्रेस प्रत्याशी तनुज पुनिया ने भी अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। हालांकि उनके साथ इस दौरान कांग्रेस का कोई बड़ा चेहरा साफ नजर नहीं आया। बीते सोमवार को भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी राजरानी रावत का नामांकन दाखिल करने भाजपा के दिग्गजों का जमावड़ा लगा रहा। जनसभा में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से लेकर राज्यमंत्री सतीश चन्द शर्मा, एमएलसी अवनीश पटेल समेत कई दिग्गज भाजपा नेता मौजूद रहे। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन में पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी व नकुल दूबे को छोड़कर प्रदेश स्तर के नेताओं का टोटा रहा। कहने को बाराबंकी लोकसभा सीट सियासी पहलुओं के हिसाब से काफी अहम है, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी तनुज पुनिया के साथ कोई बड़ा चेहरा उनके नामांकन के दौरान नजर ना आना चर्चा का विषय बना रहा। नामांकन दाखिल करने के बाद तनुज पुनिया मीडिया से भी मुखातिब हुए। तनुज पुनिया ने कहा कि यह चुनाव साधारण चुनाव नहीं है। यह लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है। संविधान को बचाने का चुनाव है। आम लोगों के अधिकारों को बचाने का चुनाव है। आम लोगों की स्वतंत्रता के हनन को बचाने का चुनाव है।