पीलीभीत। विधवा की झोपड़ी में अचानक आग लग गई। आग की ऊंची लपटें देख महिला व अन्य लोग चीखते-चिल्लाते हुए झोपड़ी से बाहर भाग खड़े हुए। शोर शराबा सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर जा पहुंचे। सामूहिक प्रयास से आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक झोपड़ी में बंधी दस बकरियां झुलसकर मर गईं। साथ ही झोपड़ी में रखा गृहस्थी का सामान भी जलकर नष्ट हो गया।
बरखेड़ा थाना क्षेत्र के गांव मचवाखेड़ा में विधवा पार्वती देवी की झोपड़ी में मंगलवार की रात करीब तीन बजे अचानक आग लग गई। तपिश महसूस करके विधवा की नींद खुल गई। घर में आग लगी देख वह चीखते हुए परिवार के अन्य लोगों को साथ लेकर बाहर की ओर भागी।
ग्रामीणों ने की आग पर काबू पाने की कोशिश
शोर-शराबा सुनकर आस पड़ोस में रहने वाले ग्रामीण भी जाग गए। लोगों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने के प्रयास शुरू कर दिए। इस बीच हवा चलने के कारण झोपड़ी से आग की ऊंची लपटें उठने लगीं।
दस बकरियां आग में झुलसकर मरीं
काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक झोपड़ी पूरी तरह जलकर राख हो गई। झोपड़ी में बंधी दस बकरियां आग से झुलसकर मर गईं। साथ ही झोपड़ी में रखा हजारों रुपये का घरेलू सामान भी जलकर नष्ट हो गया।
मुआवजा दिलाने की करी मांग
अग्निकांड पीड़ित विधवा ने बीसलपुर के उप जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर आग लगने से हुए नुकसान का सर्वे कराकर उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है।