नई दिल्ली । चुनाव आयोग ने आज देश के कुछ हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान और लू चलने की रिपोर्टों के मद्देनजर बदलते मौसम की स्थिति को समझने और सामान्य अवधि के दौरान गर्म मौसम की स्थिति के कारण किसी भी जोखिम को कम करने के उपायों पर चर्चा करने के लिए संबंधित एजेंसियों के साथ बैठक की।
मौसम विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक ने आज चुनाव आयोग को सूचित किया कि दूसरे चरण के लिए इस महीने की 26 तारीख को होने वाले मतदान में लू चलने से संबंधित कोई बड़ी चिंता नहीं है। दूसरे चरण में मतदान वाले 13 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के लिए मौसम का पूर्वानुमान सामान्य है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू) के अतिरिक्त सचिव, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के विभाग प्रमुख और मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) डीजी मौसम विज्ञान ने भाग लिया।
बैठक में निर्णय लिया गया कि आयोग, आईएमडी, एनडीएमए और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधिकारियों की एक टास्क फोर्स आवश्यकता पड़ने पर मतदान से पांच दिन पहले गर्मी की लहर और आर्द्रता के प्रभाव की समीक्षा करेगी।
आयोग ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को राज्यों में स्वास्थ्य अधिकारियों को चुनाव संचालन को प्रभावित करने वाली लू की स्थिति के लिए तैयारी करने और सहायता प्रदान करने के लिए आवश्यक निर्देश जारी करने को कहा है।
आयोग 16 मार्च के अपने परामर्श के अनुसार मतदान केंद्रों पर शामियाना, पीने के पानी, पंखे और अन्य सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाओं आदि सहित पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए राज्य के सीईओ के साथ अलग से समीक्षा करेगा। मतदान केंद्र क्षेत्रों में गर्मी के प्रभाव को कम करने के लिए एहतियाती उपायों (क्या करें और क्या न करें) के लिए जनता के बीच आईईसी (सूचना, शिक्षा और संचार) गतिविधियां की जाएंगी।