मुरादाबाद। जीआईसी के मैदान में आयोजित जनसभा में मंच से सपा प्रत्याशी रुचि वीरा को महंगा पड़ा गया। पुलिस ने रुचि वीरा, जिला अध्यक्ष जयवीर सिंह यादव समेत पांच सपाइयों के खिलाफ केस दर्ज किया है। जिसमें सरकारी कार्य में बांधा डालने और भड़काऊ भाषण देकर लोगों को भड़काने का आरोप है। एसआई अरफान की तहरीर पर मुरादाबाद के मुगलपुरा थाने में केस दर्ज किया गया है।
मुगलपुरा क्षेत्र में जीआईसी मैदान में रविवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश की जनसभा आयोजित की गई थी लेकिन मौसम खराब होने के कारण वह नहीं आ सके थे। मंच पर मौजूद कांग्रेस और सपा नेता जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस बीच सपा-कांग्रेस गठबंधन उम्मीदवार रुचि वीरा कुर्सी से उठीं और माइक से कहा कि पुलिस अधिकारी और कर्मचारी उनके कार्यकर्ताओं को जनसभा में आने से रोक रहे हैं। जो लोग मैदान में आ गए हैं, उन्हें भगा रहे हैं। शहर के बाहर ही बसें रोकी जा रही हैं।
दिया था ये भाषण
रुचि वीरा ने कहा था कि पुलिस अधिकारी और कर्मचारी अपनी औकात में रहें। भाजपा के लिए काम करना बंद कर दें। दूसरे नेताओं ने भी उनकी इस बात का समर्थन किया था। उन्होंने इस दौरान मंच से ये भी कहा था कि वह मुरादाबाद से चुनाव जीतेंगी और यहां भेड़िए का शिकार करेंगी।
तहरीर पर केस दर्ज
इस मामले में मुगलपुरा थाने में एसआई अरफान की तहरीर पर केस दर्ज किया गया है। जिसमें बताया गया जनसभा में पुलिस कर्मी ड्यूटी पर तैनात थे। किसी तरह की अव्यवस्था न फैले। इसके लिए बैरिकेडिंग की गई थी। आरोप है कि सपा व कांग्रेस समर्पित उम्मीदवार रुचि वीरा बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास किया। इतना ही नहीं पुलिस कर्मियों पर हमला होकर सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करते हुए भड़काऊ भाषण दिए। पुलिस प्रशासन को भाजपा का एजेंट बताया गया।
मुगलपुरा थाना प्रभारी मनोज ने बताया कि रुचि वीरा, शाने अली उर्फ शानू, बाबर खां, समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष जयवीर यादव और मोहम्मद गनी के खिलाफ आईपीसी की धारा 188 , 186 , 189 , 147 , 506 और धारा 353 के तहत केस दर्ज किया गया है। वीडियो ग्राफी के जरिए अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है।
रुचि वीरा के खिलाफ दर्ज हो चुके हैं तीन केस
सपा प्रत्याशी रुचि वीरा के खिलाफ अब तक तीन केस दर्ज हो चुके हैं। पहला मुकदमा सिविललाइंस थाने में दर्ज किया गया था। जिसमें आरोप था कि उन्होंने डिप्टी गंज चौराहे के पास स्थित एक मकान में बिना अनुमति के जनसभा की थी। इसके अलावा नागफनी थाने में भी एक केस दर्ज किया गया है। अब मुगलपुरा थाने में रिपोर्ट की दर्ज हुई है।