– बसपा सुप्रीमो मायावती ने मुरादाबाद में चुनावी जनसभा को किया संबोधित
मुरादाबाद। समाजवादी पार्टी(सपा) धर्म व जाति के नाम पर प्रदेश को बांटने का काम कर रही है। मुस्लिम बहुल आबादी वाले मुरादाबाद में सपा ने मुस्लिम प्रत्याशी का टिकट काटकर हिंदू प्रत्याशी को टिकट दे दिया, जबकि बसपा ने मुस्लिम प्रत्याशी को ही मैदान में उतारा है। समाजवादी पार्टी का मुसलमान से कोई सरोकार नहीं है।
यह बातें बहुजन समाज पार्टी(बसपा) की सुप्रीमो एवं प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सोमवार को मुरादाबाद में आयोजित एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कही। वह महानगर के लाइनपार स्थित रामलीला ग्राउंड में मुरादाबाद लोकसभा से बसपा प्रत्याशी इरफान सैफी के पक्ष में चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहुंची थीं।
मायावती ने सपा संसदीय दल के नेता व मुरादाबाद लोकसभा से सांसद डॉ.एसटी हसन का टिकट काटकर हिंदू प्रत्याशी रूचि वीरा को टिकट देने पर सबसे पहले सपा पर जमकर निशाना साधा। इसके बाद मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियां सांप्रदायिक व देश विरोधी हैं। इसलिए अब भाजपा सरकार को हटाने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के नेता व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवल जुमलेबाजी करते हैं। इन लोगों ने विकास का एक चौथाई प्रतिशत काम भी नहीं किया है।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा धन्नासेठों व पूजीपतियों की पार्टी है। यह सरकार पूंजीपतियों व कॉरपोरेट घरानों के इशारे पर चल रही है। भाजपा सरकार ने देश की सीमाओं को पूरी तरह सुरक्षित नहीं किया है। यह चिंता की बात है। इनकी गलत नीतियों को जनता देख समझ चुकी है। यह लोग साम दाम दंड भेद अपनाकर किसी भी कीमत पर सत्ता में आना चाहते हैं। इनसे सावधान रहने की जरूरत है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने मीडिया के ओपीनियन पोल व सर्वे पर भरोसा न करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि चुनावी घोषणा पत्र जारी करने की बजाय उनकी पार्टी जनता के हित में काम करने में भरोसा करती है।
बसपा सुप्रीमो ने उत्तर प्रदेश में अपनी चार बार की सरकार की उपलब्धि गिनाकर कहा कि हमारी सरकार में अपराधी डरते थे। हमने मुसलमानों, दलितों, पिछड़े सबके लिए एक समान रूप से कार्य कर सर्वसमाज का भला किया था। इस मौके पर बसपा पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी शमसुद्दीन राइन, मंडल कोआर्डिनेटर रणविजय सिंह, जिलाध्यक्ष डा सुनील आजाद एडवोकेट, मुरादाबाद से बसपा प्रत्याशी इरफान सैफी, संभल के प्रत्याशी सौलत अली मौजूद रहे।