बलिया। रविवार को बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 133वीं जयंती पर कलेक्ट्रेट स्थित बाबा साहब अंबेडकर परिसर में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न दलों के नेताओं, समाजसेवियों व प्रबुद्धजनों ने डॉ आंबेडकर के प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर नमन किया।
इस अवसर पर बतौर अतिथि एआइएमआइएम पार्टी के प्रदेश महासचिव मोहम्मद शमीम खान ने कहा कि भारत में समता मूलक समाज की स्थापना करने में बाबा साहब डॉक्टर अंबेडकर का अहम योगदान रहा। उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी दलित,शोषित,वंचित समाज के लिए संघर्ष किया। डॉ अंबेडकर ने जितनी यातनाएं और मुसीबत को झेलकर हिंदुस्तान के कमजोर लोगों को जगाने व उनका हक दिलाने का काम किया। इसका दूसरा उदाहरण नहीं मिलता। उन्होंने एक कुशल शिल्पी की तरह संविधान की रचना की। दूसरी तरफ हर समाज हर वर्ग को सम्मान के साथ जीने का अधिकार दिलाया। इस अवसर पर पूर्व विधायक गोरख पासवान, महफूज आलम, कपिल देवराम,तार बाबू,गौरी बाबू मुशीर जैदी,तिलक कुमार जी,गंगासागर गुप्ता,फागु राम, किस्मतया देवी, फरीद अहमद मुराद,मुदस्सिर अंसारी, लाल मोहर राम, जगमोहन बिन्द,अब्दुल्लाह अंसारी, कृष्ण कुमार यादव, अजय राम, दरोगा राम, सूरज संदर्शी सहित बड़ी तादाद में लोग मौजूद रहे। अध्यक्षता अंबेडकर संस्थान के व्यवस्थापक एस प्रताप वैद्य व संचालन वकील राम ने किया।