हल्द्वानी: हल्द्वानी में अपराधी पूरी तरह से बेलगाम व बेखौफ हो चुके हैं। वीआइपी कालोनियों में लगातार चोरी की घटनाएं सामने आ रही हैं, लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। हत्या जैसी वारदात हल्द्वानी व उससे सटे इलाकों में आम बात हो गई है। पिछले तीन दिनों में हत्या के दो मामले सामने आ चुके हैं। पुलिस हत्यारे तो दूर चोरों को तक नहीं पकड़ पा रही है। छात्र की मौत का राज भी दबाकर रखा गया है।
कहने के लिए तो जिले की पुलिस चुनावी माहौल में अपराधियों पर शिकंजा कसने का दंभ भर रही है, लेकिन इसकी कलई अपराध के आंकड़े खोल रहे हैं। चोरी की वारदातों से लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। हत्या कर फरार होना बड़ी बात नहीं है।
अपराधी पुलिस को चुनौती तब दे रहे हैं, जब निर्वाचन चल रहा है और जिले के 20 स्थानों पर बैरियर लगाकर वाहन चेकिंग व अपराधियों की धरपकड़ का दावा किया जा रहा है। शिवाजी कालोनी में पत्नी का कातिल 24 घंटे से फरार है। पुलिस रुद्रपुर में बमुश्किल उसका घर ढूंढ पाई। लाश कमरे के अंदर सड़ गई मगर पुलिस व मकान मालिक को इसका पता तक नहीं चला।
पूर्व में सेवानिवृत्त सीएमओ व वन विभाग के रेंजर के घर से लाखों के जेवरात व नकदी उड़ाने वाले चोर आज तक फरार हैं। ट्रांसपोर्टनगर चौकी के पंचायत घर के पास युवक को गोली मारने वाले का आज तक पता नहीं चल सका। स्कूल से लापता छात्र को बरामद करने में दिलचस्पी दिखाई होती तो उसे सकुशल बरामद किया जा सकता था।
कप्तान साहब, इन वारदातों का कब होगा पर्दाफाश
केस 1
27 नवंबर 2023 को रिवर वैली गेट नंबर दो में रहने वाले सेवानिवृत्त रेंजर हरीश चंद्र जोशी का घर चोरों ने खंगाल डाला था। घटना तब हुई जब वह अपनी बेटी से मिलने अमेरिका गए थे। चोर लाखों के जेवर व नकदी लेकर फरार हो गए थे। पुलिस चोरों को नहीं पकड़ पाई है।
केस 2
26 नवंबर 2023 को राजारानी विहार फेज दो में चोरों ने सेवानिवृत्त सीएमओ डा. मंजू पांडे के घर को निशाना बनाया था। घटना के दिन सीएमओ अपनी बेटी से मिलने के लिए अमेरिका गई थीं। घर लौटीं तो सामान अस्त-व्यस्त था। लाखों का जेवर व नकदी गायब। पुलिस आज तक चोरों तक नहीं पहुंची।
केस 3
13 मार्च 2024 को मुखानी थाने के ग्राम नाथपुर पाडली, लामाचौड़ निवासी सुचित्रा सनवाल का घर चोरों ने खंगाल डाला था। सुचित्रा कुविवि की सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। चोरों ने उस दिन घटना को अंजाम दिया था, जब वह भतीजे के शादी की खरीदारी करने दिल्ली गई थी। चोर पकड़ से दूर हैं।
केस 4
आठ अप्रैल 2024 को नीलांचल कालोनी फेज पांच की स्थिति शिवाजी कालोनी में सौरभ ने अपनी पत्नी अफसाना की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। वारदात के बाद से पति बच्चों को लेकर फरार है। पुलिस पता चलने के 24 घंटे बाद भी हत्यारे तक नहीं पहुंच सकी है।
छात्र की मौत के बाद अनसुलझे सवाल
17 फरवरी को छात्र भाष्कर के लापता होने की गुमशुदगी दर्ज की गई लेकिन उसे ढूंढने में लापरवाही बरती गई।
छात्र को तलाशने के लिए टीम के सदस्यों की संख्या बढ़ानी चाहिए थी लेकिन दमुवाढूंगा चौकी इंचार्ज को टीम से हटा दिया गया।
मात्र दो सिपाहियों के भरोसे छात्र की तलाश क्यों की गई। एसओजी की मदद क्यों नहीं ली गई।
स्वजन जिन बच्चों पर संदेह जताते रहे, उनसे सख्ती से पूछताछ करना क्यों जरूरी नहीं समझा गया।
अंतिम बार शीतला देवी मंदिर के पास छात्र दिखा था तो उस जंगल में कांबिंग क्यों नहीं की गई।
अफसाना की पोस्टमार्टम रिपोर्ट हाथोंहाथ मिल गई तो छात्र की रिपोर्ट दबा क्यों रही पुलिस?
स्वजन बोले हत्या, पुलिस उलझी
किसी भी मौत के मामले में पोस्टमार्टम होते ही सामने आ जाता है कि मौत का कारण क्या हो सकता है। छात्र का पोस्टमार्टम हुए तीन दिन हो गए हैं लेकिन पुलिस अधिकारी उलझकर रह गए हैं। छात्र के स्वजन मौत को हत्या मान रहे हैं। उन्होंने न्याय की मांग की है।
कुछ घटनाओं से पर्दा नहीं हट सका है। अपराधियों की धरपकड़ जारी है। पत्नी के हत्यारे पति को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। चोरियों का भी जल्द पर्दाफाश होगा।
-प्रह्लाद नारायण मीणा, एसएसपी