कोठी। बीते वर्षों में सिद्धौर ब्लाक क्षेत्र में बने दर्जनों बरात घरों की स्थिति दयनीय है। अधिकांश में अवैध कब्जा है। या फिर आवारा गोवंशों का ठिकाना बन चुका है। वही तमाम देखरेख के अभाव में खंडहर है। ऐसा ही कुछ हाल शनिवार सिद्धौर ब्लाक क्षेत्र के साल्हाभारी बारात घर था। जहां किसान अवैध कब्जा कर अंदर कमरों से लेकर बाहर परिसर तक गेहूं व सरसों बोझों ढेर लगाए हुए थे। इतना ही नहीं महिलाओं द्वारा पाथे गए उपले बरामदे में जमा थे। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है। यहां सालों से कोई बारात नहीं टिकी है। यूं कहें ग्रामीणों के अवैध कब्जे के विवाद से बचने को अन्य स्थानों पर चयन करते हैं। लाखों रुपए खर्च कर ग्रामीणों की सुविधा के लिए बना बारात घर दिनों दिन जर्जर हो रहा है। वह इसके लाभ से वंचित है। उनका कहना है कि इसकी शिकायत ब्लाक में करने पर प्रधान अरिवंद द्वारा धमकाया जाता है। क्योंकि उनकी सांठगांठ से अवैध कब्जेदारों को संरक्षण मिला है।