विकास खंड हरगांव की ग्राम पंचायत परसेहरा शरीफपुर, परसेंडी की चांदपुर व सरावां में तो महोली के रहमतपुर ग्रांट में लगाई जा रही फर्जी हाजिरी
विकास खंड परसेंडी के चांदपुर में दर्ज हुई फर्जी हाजिरी की लगातार शिकायत व खबर प्रकाशन के बावजूद बिना जांच व कारवाही के करा दिया गया भुगतान
सीतापुर। जनपद में अधिकतर विकास खंडो में मनरेगा कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहे है
जिम्मेदारो की मिलीभगत के चलते सरकार की मनरेगा योजना को पलीता लगाया जा रहा है। यह सब काम जिले के जिम्मेदार अधिकारियों को नाक नीचे हो रहा है फिर भी जिम्मेदार ने अपनी आंखों पर पट्टी बांध रखी है। जिम्मेदारो ने शासन के शासनादेश के शायद मानने से इंकार सा कर दिया है। विकास खंड से लेकर जनपद मुख्यालय पर बैठे अधिकारियों की उदासीनता के चलते मनरेगा कार्यो में घोटालेबाज धांधली कर रहे है, ऑनलाइन हाजिरी के आदेशों का जिम्मेदारो ने मजाक बना दिया है।
विकास खण्ड हरगांव ग्राम पंचायत परसेहरा शरीफपुर में चल रहे मनरेगा कार्य सोरेहा तालाब की खुदाई कार्य मे जिम्मदार रोजगार सेवक ने तो शासन के आदेशों को ताख पर रख कर हाजिरी दर्ज कर दी,दर्ज की गई हाजिरी में मात्र 6 श्रमिको की उपस्थिति को सात मास्टर रोल पर 61 में तब्दील कर दिया।
विकास खंड परसेंडी की ग्राम पंचायत चांदपुर में चल रहे है वीर छत्रपति शिवाजी अमृत सरोवर निर्माण कार्य में लगातार जब से कार्य की सुरुवात हूई है तब से ही फर्जी हाजिरी दर्ज की जा रही है उपस्थित लगाए गए श्रमिको का दस प्रतिशत भी श्रमिक मौके पर कार्य नही करते है, ऑनलाइन लगाई गई हाजिरी में लगभग 46 श्रमिको की हाजिरी लगाई गई है वही ऑनलाइन हाजिरी में पुरानी फ़ोटो अपलोड कर दी गयी है, स्थानीय सूत्रों की माने तो कभी भी काम पर 15 से अधिक श्रमिक कार्य करने नही आये है।
ग्राम पंचायत सरावां में चल रहे नरेगा कार्य कलवारिया पुलिया से सरावां सीमा तक ड्रेन खुदाई कार्य पर पांच मास्टर रोल पर लगभग 45 श्रमिको की हाजिरी दर्ज की गई है, अपलोड किए गए डाटा में मात्र 5 श्रमिक की कार्य करते दिखाई पड़ रहे है, और अपलोड की गई फ़ोटो भी काफी पुरानी अपलोड की गई है जिससे यह स्पष्ठ होता है कि बिना कार्य के ही पुरानी फ़ोटो अपलोड कर धूल झोंकने का काम कर रहे है।
विकास खण्ड महोली की ग्राम पंचायत रहमतपुर ग्रांट में चल रहे मनरेगा कार्य साहबगंज में तालाब खुदाई कार्य मे चार मास्टर रोल पर 40 श्रमिक की हाजिरी दर्ज की गई है वही मौके पर मात्र 6 श्रमिको से ही कार्य कराया जा रहा है, इसी प्रकार से प्रतिदिन फर्जीवाड़ा करके लगभग 34 श्रमिको की मजदूरी को हड़प किया जा रहा है।