परहेज नहीं करने से अल्सर व कैंसर होने की बढ़ जाती संभावना
मिर्च-मसाला, तैलीय पदार्थ खाने से करें परहेज
बलिया। गैस की बीमारी यानि गैस्टिक होना अब सामान्य हो गया है। यह तनाव की वजह से होता है। इसके अलावा सुबह विलंब से जगने, खाली पेट चाय पीने, फास्ट फूड खाने और तैलीय या मिर्च-मसालायुक्त भोजन करने से गैस्टिक होता है। ज्यादा देर भूखे रहने पर अम्ल का स्राव भी होता है। लगातार महीनों ऐसा होने पर गैस्टिक हो जाता है। यह बातें हेरिटेज हास्पीटल वाराणसी से पधारें डां सौम्या लीन राय, डीएम गैस्ट्रोइंट्रोलॉजिस्ट ने रविवार को सदर अस्पताल रोड स्थित दवा संघ बलिया द्वारा आयोजित प्रश्न पहर में पाठकों के सवालों का जवाब देते हुए कही।
कहाकि लगातार गैस्टिक होने और परहेज नहीं करने की वजह से अल्सर, फिर कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। गैस्टिक होने से भूख में कमी, पेट ठीक नहीं रहना, पतला शौच होना, थोड़ा खाने पर भी पेट भारी लगना आदि इसके लक्षण हैं। कहाकि अगर मिर्च-मसाला, तैलीय पदार्थ खाने से परहेज करेंगे तो गैस्टिक होने की संभावना नहीं रहेगी। हमेशा हल्का और सुपाच्य भोजन करना चाहिए। फलों के सेवन के अलावा हरी साग-सब्जी खाने से लाभ होता है। गैस्टिक हो तो कुछ दिनों के लिए दूध नहीं पीएं। दिन भर में थोड़ा-थोड़ा खाएं। समय पर सोएं और सुबह उठकर व्यायाम आदि करें। सुबह कुछ खाने के बाद ही चाय पीनी चाहिए। संभव हो तो चाय पीना ही छोड़ दें। इस कार्यक्रम में दवा संघ के अध्यक्ष आनंद सिंह, सचिव बबन यादव, अरविन्द सिंह, बसन्त सिंह, नवीन सिंह, गोल्डी,अमन सिंह, शैलेश राय आदि लोग मौजूद रहे।