- आबकारी विभाग की मिलीभगत से राजधानी में एक बार फिर कच्ची शराब के कारोबार ने पसारे अपने पांव
लखनऊ- राजधानी में जिला आबकारी अधिकारी बराबर अवैध शराब पर नियंत्रण का दावा करके वाहवाही लूटते चले आ रहे हैं।और विभागीय अधिकारी लगातार कहते चले आ रहे है कि जिले भर में कहीं भी अवैध शराब का कारोबार नहीं हो रहा है।लेकिन अब जब लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत अवैध शराब की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया जा रहा है, तो विभागीय दावों की पोल खुल रही है।अब जब शासन के निर्देश पर अभियान चला तो गोसाईगंज,बंथरा व बिजनौर सहित विभिन्न थानाक्षेत्रों में लगातार पकड़ी जा रही अवैध शराब अब यहां सवाल उठता है कि अगर अवैध शराब का कारोबार बंद है तो छापेमारी के दौरान यह बरामद हो रहियह अवैध शराब कहां से आ रही है।लगातार बरामद हो रही यह जहरीली शराब कितनी जनसंख्या को मौत के मुंह में ले जा है। इसका जवाब तो आबकारी विभाग ही देगा।
बता दें कि आबकारी विभाग की मिलीभगत से बीकेटी,माल,बिजनौर,बंथरा,गोसाईंगंज,मलिहाबाद,इटौंजा सहित राजधानी में एक बार फिर कच्ची शराब के कारोबार ने अपने पांव पसार लिये है। होली को देखते हुए धंधेबाजों ने स्टॉक बनाना शुरू कर दिया था। होली एवं लोकसभा चुनाव के दौरान दूसरे प्रदेश की शराब भी खपाने की तैयारी में धंधेबाज लगे हैं। ऐसे में शराब में मिलावट का खतरा बढ़ गया है।वहीं आबकारी व पुलिस का कहना है कि मिलावटी शराब पीने से जान सकती है। इसलिए इससे बचने की जरूरत है।राजधानी लखनऊ ही नहीं बल्कि समूचे सूबे में कच्ची का कारोबार बड़े पैमाने पर होता है। शहर से देहात तक कच्ची का जाल फैला है।लोकसभा चुनाव के दौरान अभियान चलाकर पुलिस ने कार्रवाई कर रही है तो सामने आया कि राजधानी लखनऊ में ही बड़े पैमाने पर कच्ची शराब पकड़ी जा रही है। कई जगहों पर मिनी डिस्टलरी चल रही है।शुक्रवार को आबकारी व पुलिस ने गोसाईगंज थानाक्षेत्र के बस्तियां,पच्चे गाँव तथा सीथौली कलां गांव में 15 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद किया गया तथा 50 लीटर लहन को मौके पर विभाग ने नष्ट किया।उसके बाद शनिवार को थाना बंथरा अंतर्गत ग्राम गदौली एवं थाना बिजनौर अंर्तगत ग्राम रतौली में संदिग्ध घरों, खेतों, बगीचों एवं तालाबों के किनारे के संदिग्ध स्थानों पर दबिश और छापेमारी की गई।इस दौरान दबिश देकर मौक़े से लगभग 45 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद किया गया तथा 200 किलोग्राम लहन को मौके पर ही नष्ट कर कार्रवाई की।पुलिस का कहना है कि कच्ची में मिलावट के चलते कोई बड़ी घटना हो सकती है।
स्थानीय लोगों का कहना कि आबकारी विभाग चुनाव के चलते सिर्फ खानापूर्ति कर रहा है।लेकिन यह कारोबार कभी बंद नहीं होने वाला है।यह कारोबार आबकारी और पुलिस के ही संरक्षण में बदस्तूर जारी रहेगा।