प्रदेश के 81 स्थानों पर होगी मतगणना, चप्पे-चप्पे पर रहेगी पुलिस संग सीसीटीवी की निगाह

  • अपर मुख्य सचिव गृह और डीजीपी ने प्रेसवार्ता में दी जानकारी
  • बोले, सोशल मीडिया पर भ्रामक खबर प्रसारित करने वालों पर रखी जा रही विशेष नजर
  • हर मतगणना स्थल पर बनायी गयी मीडिया गैलरी, पत्रकारों को मतगणना हाल का कराया जाएगा भ्रमण
  • त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के घेरे में होगा मतगणना स्थल, ट्रैफिक को लेकर किये गये खास इंतजाम

लखनऊ: प्रदेश में 80 लोकसभा सीट और 4 विधानसभा सीट के उप चुनाव की मतगणना मंगलवार को सुबह 8 बजे से 7 पुलिस कमिश्नरेट एवं 68 जनपदों में कुल 81 स्थानों पर होगी। भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार मतगणना केंद्र की त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सुरक्षा के मद्​देनजर मतगणना स्थल पर 93 हजार से अधिक पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही सीएपीएफ और पीएसी की कंपनियों को भी तैनात किया गया है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर प्रसारित भ्रामक खबरों, अफवाहों के खण्डन एवं सत्यता की जानकारी कर कार्रवाई के लिए हर कमिश्नरेट/जनपद में सोशल मीडिया टीम द्वारा 24 घंटे मॉनीटरिंग की जा रही है। ये जानकारी लोकभवन के सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में अपर मुख्य सचिव गृह दीपक कुमार और डीजीपी प्रशांत कुमार ने दी। इस दौरान सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के डायरेक्टर शिशिर सिंह भी मौजूद रहे।

सीसीटीवी से लैस किये गये मतगणना स्थल, चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेगी फोर्स
अपर मुख्य सचिव गृह दीपक कुमार ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में बने मतगणना स्थलों की सीसीटीवी के जरिये निगरानी की जाएगी। इसके साथ ही मतगणना स्थल पर मीडिया गैलरी का भी निर्माण किया गया है। इसके प्रभारी सूचना अधिकारी होंगे, जो समय-समय पर पत्रकारों को मतगणना हाल का भ्रमण कराएंगे। डीजीपी ने बताया कि मतगणना स्थल की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए 81 स्थानों पर 160 उपायुक्त/अपर पुलिस अधीक्षक, 476 सहायक पुलिस आयुक्त/पुलिस उपाधीक्षक, 2248 निरीक्षक, 12883 उपनिरीक्षक, 20876 महिला आरक्षी, 50697 आरक्षी और 6149 होमगार्ड्स को तैनात किया गया है। इसके साथ ही सीएपीएफ की 145 और पीएसी की 102 कंपनियां तैनात की गयी हैं। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से मतगणना केन्द्र की त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है। इसके तहत प्रथम घेरे (इनरमोस्ट कार्डन) की सुरक्षा सीएपीएफ, द्वितीय घेरे (इनर कार्डन) की सुरक्षा पीएसी/जनपदीय पुलिस बल और तृतीय घेरे (आउटर कार्डन) की सुरक्षा व्यवस्था जनपदीय पुलिस बल के साथ अन्य अनुपूरक बलों द्वारा सुनिश्चित की गयी है। तृतीय घेरे (आउटर कार्डन) के 100 मीटर दूरी का दायरा स्टेरीलीज रखा गया है।

संवेदनशील मतगणना स्थलों पर होगी विशेष निगरानी
डीजीपी ने बताया कि केंद्र पर अधिकृत व्यक्ति को ही प्रवेश दिया जायेगा। प्रवेश करते समय प्रत्येक व्यक्ति को डीएफएमडी, एचएचएमडी द्वार फ्रिस्किंग और चेकिंग के बाद ही प्रवेश दिया जायेगा। इस दौरान आपत्तिजनक वस्तु, सामग्री ले जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। महिलाओं की चेकिंग एवं फ्रिस्किंग उनकी निजता को ध्यान में रखते हुये महिला पुलिस कर्मियों द्वारा ही की जायेगी। वहीं मतगणना स्थल के आस पास जाम न लगे इसके भी विशेष इंतजाम किये गये हैं। इसके अलावा आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए अग्निशमन, एम्बुलेंस, चिकित्सा दल एवं अतिरिक्त क्यूआरटी के साथ रिजर्व टीमों की व्यवस्था की गयी है। इतना ही नहीं प्रदेश के विभिन्न जिलों के संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस और रिजर्व क्यूआरटी टीमों को लगाया गया है। वहीं इन स्थानों पर यूपी 112 के पीआरवी वाहन लगातार पेट्रोलिंग करेंगे। डीजीपी ने बताया कि भीषण गर्मी और हीट वेव को देखते हुए मतगणना स्थल पर पर्याप्त पीने के पानी, छाया आदि के प्रबन्ध सुनिश्चित किये गये हैं।

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