कर्नाटक हावेरी मामले में 4 लोग गिरफ्तार

हावेरी। कर्नाटक के हावेरी जिले में एक अंतरधार्मिक प्रेमी जोड़े को जबरन उठाने का मामला सामने आया था। बता दें कि आरोपियों ने जोड़े का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। घटना सामने आने के बाद पुलिस ने मामले में कार्रवाई की थी और विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर दो आरोपितों को दबोच लिया था।

वहीं, अब मामले में आगे की कार्रवाई को लेकर हावेरी के एसपी अंशु कुमार ने कहा कि पीड़िता को मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर सीआरपीसी की धारा 164 के तहत उसका बयान दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने अपने बयान में सात लोगों पर आरोप लगाया है। इनमें से तीन को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। एक अस्पताल में है, अन्य तीन फरार हैं। हम बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार करेंगे।

क्या है पूरा मामला?

नैतिकता के ठेकेदार छह युवकों ने जबरन एक होटल में घुसकर वहां कमरे में मौजूद अंतरधार्मिक प्रेमी जोड़े को पहले पीटा और फिर जबरन उठा ले गए। उसके बाद वे जोड़े को एक सुनसान स्थान पर ले गए और वहां उनसे अभद्र व्यवहार किया, उनकी फिर जमकर पिटाई की, महिला से सामूहिक दुष्कर्म किया। साथ ही वीडियो भी बनाया।

हैवानियत का खेल यहीं नहीं रुका, बल्कि आरोपितों ने महिला का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर भी प्रसारित कर दिया।

8 जनवरी को होटल में हुई थी घटना

मिली जानकारी के अनुसार, घटना आठ जनवरी की है। हावेरी जिले के हनागल में अल्पसंख्यक समुदाय की 26 वर्षीय एक विवाहित महिला दूसरे धर्म के एक 40 वर्षीय बस चालक के साथ अपराह्न एक बजे होटल के एक कमरे में पहुंची थी। महिला और पुरुष पिछले तीन वर्षों से एक-दूसरे के संपर्क में थे।

मामले को लेकर पुलिस ने बताया कि होटल के कमरे के भीतर घटी इस घटना का गिरोह के सदस्यों ने वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। बाद में यह वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित कर दिया। प्रसारित वीडियो में छह लोगों को एक कमरे का दरवाजा खटखटाते हुए देखा जा सकता है। जब व्यक्ति ने दरवाजा खोला तो हमलावर जबरन कमरे के अंदर घुस गए और महिला के पास पहुंचे। हमलावरों ने प्रेमी जोड़ों के साथ अभद्र व्यवहार किया, उनके साथ मारपीट की और महिला का वीडियो भी बनाया। इस दौरान महिला बुर्के से अपना चेहरा ढकने की कोशिश करती नजर आई। 

महिला के पति ने आरोपियों पर लगाया सामूहिक दुष्कर्म का आरोप

पुलिस के अनुसार, जब प्रेमी जोड़ा होटल में दाखिल हुआ तो एक आटो रिक्शा चालक ने उन्हें देख लिया। बुर्का पहने महिला को दूसरे समुदाय के एक व्यक्ति के साथ देखकर उसने तुरंत स्थानीय लड़कों के एक गिरोह को इसकी सूचना दी। लड़के भी अल्पसंख्यक समुदाय के ही थे।

पुलिस ने बताया कि 15 मिनट के भीतर ही 23 से 26 वर्ष की उम्र के छह युवकों का एक गिरोह होटल पहुंच गया और प्रेमी जोड़े के कमरे में जबरन घुस गए और उन पर हमला कर दिया। इसके बाद हमलावरों ने जोड़े को कमरे से बाहर खींच लिया।

उसके बाद तीन मोटरसाइकिलों पर सवार होकर आया ये गिरोह प्रेमी जोड़े को होटल से करीब एक किलोमीटर दूर सुनसान जगह पर ले गया। वहां पहुंचकर उन्होंने प्रेमी जोड़े की पिटाई की। महिला के साथ दु‌र्व्यवहार किया और उसे लाठियों से पीटा। उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। उसके बाद गिरोह ने उसे 500 रुपये दिए और अपने घर जाने के लिए कहा। बाद में महिला अपने घर चली गई।

पीड़िता ने सुनाई आपबीती

घटना के एक दिन बाद ही पुलिस को वीडियो प्रसारित होने से मामले की जानकारी मिली और उसने जोड़े को ढूंढ निकाला। पीड़िता की शिकायत के आधार पर बुधवार को मामला दर्ज किया गया और घटना में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।

हालांकि, महिला ने अपने दर्ज बयान में किसी सामूहिक दुष्कर्म की बात नहीं कही है, लेकिन उसके पति ने आरोप लगाया है कि आरोपित गिरोह ने उसके साथ दुष्कर्म भी किया है, लेकिन उसने अब तक इस संबंध में कोई लिखित शिकायत नहीं दी है।

शहजाद पूनावाला ने कर्नाटक सरकार पर उठाए सवाल

भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने भी कर्नाटक में हुई घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में जो नैतिक पुलिसिंग की घटना सामने आई जिसमें एक अंतरधार्मिक जोड़ी के साथ अफताब, अब्दुल जैसे 7 लोगों ने एक हिंदू लड़का और मुस्लिम लड़की के कमरे घुसकर उनको मारा पीटा वीडियो बनाई और सड़कों पर धकेला।

पूनावाला ने कहा कि इस घटना में एक और गंभीर विषय आया है, महिला ने बताया है कि उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म भी किया गया। कर्नाटक में महिलाओं और कानून व्यवस्था के प्रति किस प्रकार का रवैया है, आज ये सामने निकल कर आया है। जो लोग चीख चीख कर महिलाओं के विषय पर लगातार बोलते हैं आज उनमें सन्नाटा क्यों है?

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