नई दिल्ली: दिवाली सीजन में हर तरफ बाज़ार में सेंटीमेंट बेहतर दिखा. शहरों से लेकर ग्रामीण इलाकों के बाजारों में रौनक रही. ‘कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री’ के मुताबिक, दिवाली सीजन में इस बार देशभर के बाज़ारों में पौने चार लाख करोड़ तक का बिजनेस हुआ, जो एक रिकॉर्ड है. आने वाले हफ्तों में ये बिजनेस और बढ़ने की उम्मीद है. बाज़ार में कंज्यूमर सेंटीमेंट भी पॉजिटिव है.
‘कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल कहते हैं, “इस साल दिवाली सीजन में देशभर के बाज़ारों में 3.75 लाख करोड़ रुपये से ज़्यादा का रिकॉर्ड बिजनेस हुआ. ग्राहकों ने इस सीजन में अच्छी खरीददारी की.”
कॉम्पटीशन बढ़ने का असर मुनाफे पर
दिल्ली के बंगाली मार्किट में गिरीश अग्रवाल पिछले कई दशकों से मिठाई कारोबार चला रहे हैं. दिवाली सीजन में उनकी ‘बंगाली स्वीट्स’ ने अच्छा कारोबार किया है. मिठाइयों की बिक्री का वॉल्यूम इस साल काफी बढ़ गया है. हालांकि, बाजार में कॉम्पटीशन बढ़ने का असर मुनाफे पर पड़ा है.
कोरोना संकट के बाद पहली बार बिक्री हुई अच्छी
गिरीश अग्रवाल ने कहा, “दिवाली में इस बार सेल अच्छी रही. कोरोना संकट के बाद पहली बार बिक्री अच्छी हुई है.” क्या कोरोना के पहले वाला बिक्री का स्तर हासिल कर लिया गया है? इस सवाल के जवाब में गिरीश अग्रवाल कहते हैं, “जी बिलकुल, हासिल कर लिया. इस दिवाली पर सेल कोरोना के पहले वाले स्तर से बेहतर रही.”
आने वाले दिनों में 50 हज़ार करोड़ रुपये का बिजनेस होने की संभावना
वहीं, प्रवीण खंडेलवाल कहते हैं, “अभी गोवर्धन पूजा, भैया दूज, छठ पूजा और तुलसी विवाह बाकी है. इनमें लगभग 50 हज़ार करोड़ रुपये का बिजनेस होने की संभावना है.”
हाउसिंग सेक्टर में भी अच्छी रही सेल
PHDCCI के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर रणजीत मेहता कहते हैं, “दिवाली के दौरान रिकॉर्ड सेल देखने को मिली है. सिर्फ कंज्यूमर मार्किट में ही नहीं, बल्कि ज्वेलरी सेक्टर, कारों की बिक्री और हाउसिंग सेक्टर में भी सेल अच्छी हुई है. लोगों की पर्चेसिंग पावर बढ़ी है.”
कुल रिटेल ट्रेड में 13% हिस्सेदारी खाद्य और किराना की रही
त्योहारों के दौरान लगभग 3.75 लाख करोड़ के व्यापार में सबसे ज्यादा करीब 13% हिस्सेदारी खाद्य और किराना का रहा. 12% हिस्सेदारी कपड़ा मार्किट की रही. 9% ज्वेलरी का और करीब 20% हिस्सेदारी ऑटोमोबाइल, हार्डवेयर, इलेक्ट्रिकल, खिलौने समेत अन्य वस्तुओ सेवाओं की रही.
ज़ाहिर है कारोबारियों को उम्मीद है कि इस त्योहारों के सीजन ख़त्म होने तक व्यापार और बढ़ेगा. बाज़ार में बिज़नेस सेंटीमेंट भी बेहतर होगा.