Ramadan 2025 Sehri And Iftar Time 9 March:रमजान के पाक महीने का कौन सा रोजा आज हैं,जानें…

रमजान के पाक महीने का आठवां रोजा आज है। मुस्लिम समुदाय इस दिन भी इबादत, दुआ और सच्चाई के रास्ते पर चलने के साथ रोजा रखेंगे। इस दिन के लिए सहरी और इफ्तार के समय का विशेष ध्यान रखना जरूरी है।रमजान का पाक महीना चल रहा है, और आज (09 मार्च) को रमजान का आठवां रोजा है। मुस्लिम समुदाय पूरे दिन उपवासी रहते हुए इबादत करते हैं। इस खास दिन के लिए सहरी और इफ्तार के समय को लेकर विभिन्न शहरों में समय निर्धारित किया गया है। 

रमजान के पाक महीने का आठवां रोजा आज है। मुस्लिम समुदाय इस दिन भी इबादत, दुआ और सच्चाई के रास्ते पर चलने के साथ रोजा रखेंगे। इस दिन के लिए सहरी और इफ्तार के समय का विशेष ध्यान रखना जरूरी है।रमजान का पाक महीना चल रहा है, और आज (09 मार्च) को रमजान का आठवां रोजा है। मुस्लिम समुदाय पूरे दिन उपवासी रहते हुए इबादत करते हैं। इस खास दिन के लिए सहरी और इफ्तार के समय को लेकर विभिन्न शहरों में समय निर्धारित किया गया है।

रमजान का पाक महीना जारी है और 09 मार्च, 2025 को रमजान का आठवां रोजा रखा जा रहा है। रोजा रखने में बहुत से नियमों का पालन करना होता है, जिसमें पांच वक्त की नमाज अदा करने का विशेष महत्व होता है। रोजा रखने वाले हर दिन बिना कुछ खाए पिए अल्लाह की इबादत करते हैं और सुबह सहरी और शाम को इफ्तार करते हैं। भारत में रमजान का पवित्र महीना रविवार 2 मार्च से शुरू हुआ है। मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए रमजान एक बहुत ही पाक महीना होता है, जिसमें पूरे माह रोजा रखा जाता है और खुदा की इबादत रखते हुए पांच वक्त की नमाज अदा की जाती है।

आपको बता दें इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार यह नौवां महीना होता है। रमजान के पवित्र महीने में अल्लाह के द्वारा बताए गए रास्ते पर चलने और गरीबों की सेवा करने की प्रथा होती है। दरअसल, इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार नौवें महीने में मोहम्मद साहब को पवित्र कुरान शरीफ का ज्ञान हासिल हुआ था और तभी से मुस्लिम धर्म में आस्था रखने वाले लोग रमजान के पवित्र महीने में अल्लाह की इबादत करते हुए 30 दिनों का रोजा रखते हैं और आखिरी में ईद-उल-फितर का त्योहार मनाकर एक दूसरे को बधाईयां देते हैं।

क्या होता है सहरी और इफ्तार
रमजान के पवित्र महीने में सहरी और इफ्तार का विशेष महत्व होता है। रमजान के पाक महीने के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग सुबह सूर्योदय से पहले उठते हैं और सहरी करते हैं। यानी सूर्योदय से पहले कुछ खाते हैं और इसके बाद नमाज पढ़ी जाती है। सहरी के बाद दिनभर रोजा रखते हैं। फिर शाम को जब सूर्यास्त होता है तब खजूर खाकर रोजा खोलते हैं और नमाज पढ़ते हैं। नमाज के पढ़ने के बाद इफ्तार शुरू करते हैं।

रोजा रखने के नियम
रमजान के पवित्र महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा जरूर रखते हैं। रोजा रखने के लिए मुस्लिम धर्म के अनुयायी हर दिन सुबह सूर्योदय से पहले जिसे सहरी करते हैं। यानी सूर्योदय से पहले कुछ खाते हैं, फिर पूरे दिन कुछ भी नहीं खाते हैं और शाम को सूर्यास्त को इफ्तार करते हुए रोजा खोलते हैं। इस तरह से पूरे दिन रोजेदार बिना कुछ खाए-पिए रहते हैं। रमजान के महीने में ईमानदारी से काम करते हुए धन अर्जित किया जाता है और इस पैसे से सहरी और इफ्तार दी जाती है। रमजान के पूरे एक माह को 30 रोजे में बांटा जाता है और इसके तीन प्रमुख हिस्से होते हैं। पहले अशरा 10 दिन, दूसरा अशरा 10 दिन और तीसरा अशरा 10 दिन। पहला अशरा 10 दिन ‘रहमत’ का, दूसरा अशरा 10 दिन ‘बरकत’ का, तीसरा अशरा 10 दिन ‘मगफिरत’ का होता है।

देश के प्रमुख शहरों में सहरी और इफ्तार का समय ( Sahri And Iftar Timing 2025)

दिल्ली- रमजान 2025 सहरी और इफ्तार का समय- 09 मार्च
सहरी का समय- सुबह 04 बजकर 36 मिनट
इफ्तार का समय – शाम 05 बजकर 44 मिनट

गाजियाबाद- रमजान 2025 सहरी और इफ्तार का समय- 09 मार्च
सहरी का समय- सुबह 05 बजकर 18 मिनट
इफ्तार का समय – शाम 06 बजकर 26 मिनट

लखनऊ- रमजान 2025 सहरी और इफ्तार का समय- 09 मार्च
सहरी का समय- सुबह 05 बजकर 05 मिनट
इफ्तार का समय – शाम 06 बजकर 12 मिनट

मुंबई- रमजान 2025 सहरी और इफ्तार का समय- 09 मार्च
सहरी का समय- सुबह 05 बजकर 39 मिनट
इफ्तार का समय – शाम 06 बजकर 47 मिनट

मेरठ- रमजान 2025 सहरी और इफ्तार का समय- 09 मार्च
सहरी का समय- सुबह 05 बजकर 17 मिनट
इफ्तार का समय – शाम 06 बजकर 24 मिनट

कोलकाता- रमजान 2025 सहरी और इफ्तार का समय- 09 मार्च
सहरी का समय- सुबह 04 बजकर 36 मिनट
इफ्तार का समय – शाम 05 बजकर 44 मिनट

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