बांका। छठ पर्व को लेकर जगाय के बीस मुस्लिम परिवार छठ पर्व के लिए आलता बनाते हैं। यह परिवार पूरी तरह से निष्ठा के साथ यह आलता बनाता है। यह परिवार हिंदू समुदाय के छठ पर्व में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेता है।
आलता बनाने वाले कारीगर मु. शमशेर व मु. डब्लू बताते हैं कि आलता बनाने में काफी मेहनत लगता है, लेकिन इस मेहनत के हिसाब से वाजिब दाम नहीं मिल पा रहा है। तीस रूपये के बंडल में चालीस आलता का बंडल बनाते हैं, लेकिन यह वाजिब दाम नहीं है। जबकि आलता बनाने में कई प्रकार की सामग्री का इस्तेमाल करना होता है।
आटा व सिमर के रूई से बनता है आलता
आलता बनाने में कई तरह की सामग्री का उपयोग किया जाता है। इसके बनाने में आटा, मैदा, पानी व सिमर का रूई का उपयोग सहित गुलाबी रंग का उपयोग किया जाता है। कारीगर सलाउद्दीन, नासरीन खातून, इतवारी, नुसरत खातून ने बताया कि आलता बनाने के पूर्व पूरे खेल को गोबर से लीप कर ही सुखाते है। क्योंकि सबसे बड़ा पर्व है ये। जिसमें सभी की आस्था जुड़ी होती है।