डॉ एपीजे अब्दुल कलाम यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश (AKTU) में इंजीनियरिंग कॉलेज का एक और झोल सामने आया है. यहां से संबद्ध इंजीनियरिंग कॉलेजों में अभी भी 1200 से ज्यादा सीटें खाली रह गई हैं. एकेटीयू से संबद्ध कॉलेजों में काउंसलिंग के बाद भी सीटें खाली रह गई हैं. बता दें कि यहां काउंसलिंग की प्रक्रिया तीन चरणों में आयोजित की गई थी.
एकेटीयू में एडमिशन के लिए 1740 खाली सीटों पर अलग से रजिस्ट्रेशन लिए गए थे. इसके संबद्ध कॉलेजों में एडमिशन के लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. बता दें कि यहां के कॉलेजों में BTech कोर्स में JEE Score पर एडमिशन मिलता है.
पहले भी हुआ है ऐसा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एकेटीयू में पहले भी पूरी सीटों पर दाखिले की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई थी. शिक्षक इसके लिए कई संस्थानों में निम्न-गुणवत्ता वाले बुनियादी ढांचे और प्रयोगशालाओं और पुराने पाठ्यक्रम को जिम्मेदार ठहराते हैं. छात्रों का मानना है कि कई कॉलेजों का स्थान तीसरी श्रेणी के शहरों और अर्ध-शहरी कस्बों में है.
साल 2022-23 में, एकेटीयू कॉलेजों में लगभग 70,000 सीटों के लिए केवल 30,000 पंजीकृत उम्मीदवार थे. जो कई खराब संसाधन वाले इंजीनियरिंग कॉलेजों के बंद होने के बाद बची थीं, जिससे हजारों सीटें कम हो गईं हैं.
AKTU में बी फार्मा की 2877 सीटें
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश (AKTU) की काउंसलिंग के जरिए बीफार्मा कोर्स में प्रवेश के लिए तीसरे चरण की काउंसलिंग के बाद 2877 सीटें अलॉट की गई हैं. काउंसलिंग प्रक्रिया के दौरान फार्मेसी विभाग में 124 सीटों में सभी पर आवंटन हो गया है. एकेटीयू का एडमिशन प्रोसेस एक बार फिर कटघरे में है.
AKTU में काफी दिनों से एडमिशन प्रक्रिया को लेकर विवाद देखा जा रहा है. यहां के कई छात्र कई बार लखनऊ जाकर प्रदर्शन कर चुके हैं. 6 अक्टूबर 2023 को भी एकेटीयू के छात्र राजभवन के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे थे. हालांकि, उन्हें हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है.