धोखे से निकाल लिए 11 लाख, नौ महीने से चल रही जांच

मृतक बराबर के हिस्सेदार छोटे भाई को छोड़कर मैनेजर ने हिस्सेदारी से अधिक की मां-बेटे से वसूली

बाराबंकी। खाताधारको की बिना सहमती से आर्यावर्त बैंक मैनेजर ने मां-बेटे का नया खाता खोल दिया।दोनों खाता से करीब ग्यारह लाख रुपए निकालकर मृतक पिता के केसीसी खाता में भेज दिया‌।इसकी जानकारी पर पीड़ित ने शिकायत की।शिकायतकर्ता के भाई मृतक के तीसरे स्थान उत्तराधिकारी से रकम वसूली की मांग को लेकर परेशान है।पीड़ित ने इसकी दर-दर दर्जनों शिकायत की है।लेकिन नौ महीनों बाद भी मात्र कागज पर ही जांच शुरू है। अब मां-बेटे धरना प्रदर्शन के लिए चेतावनी दी है।
असंद्रा थाना क्षेत्र के दुल्लापुर गांव निवासी अनिल कुमार सिंह पुत्र स्वo संवल बहादुर सिंह का कहना है कि पिता का आर्यावर्त बैंक शाखा सूरजपुर में केसीसी खाता पर 9.77 लाख रुपया का लोन था।लेकिन वर्ष 2022 में उनकी मौत हो गई। उनकी चल अचल संपत्ति के वारिसान अनिल सिंह,छोटा सुनील सिंह व मां ऊषा सिंह तीनों बराबर बराबर के हकदार हो गए। राजस्व अभिलेखों में तीनों के नाम भूमि एक तिहाई हिस्सा दर्ज है।लेकिन मनमानी करते हुए बैंक मैनेजर शाखा सूरजपुर रमापति पांडे ने उसके छोटे भाई सुनील सिंह से सांठ गांठ करके पशुपालन योजना का लाभ देने का झांसा दिया। इस बाबत 24 सितंबर 2023 को बैंक मैनेजर अपने सहयोगी बैंक मित्र के साथ ने उक्त योजना से संबंधित दस्तावेज लेकर उसके घर पहुंचे। उसकी मां उषा सिंह व उससे हस्ताक्षर कराने साथ 43 हजार 189 रूपये रजिस्ट्रेशन के नाम पर उगाही कर ली।

करीब एक सप्ताह बाद बैंक में संपर्क करने पर पीड़ित को मालूम चला कि उसके व उसकी मां के खाते से अलग-अलग पांच लाख 59 हजार रुपए की धन निकासी कर मृतक संवल बहादुर के खाते में ट्रांसफर कर दिए।उसका केसीसी खाता बंद कर दिया।पीड़ित का कहना है कि बिना अनुमति के उक्त कार्रवाई बैंक मैनेजर द्वारा धोखे से की गई।इस बारे में पूछताछ करने पर बैंक मैनेजर ने उसके साथ अभद्रता की।उस समय से अब तक पीड़ित दर्जनों शिकायत कर चुका है। लेकिन उसके पक्ष में कोई कार्रवाई नहीं हुई।वह काफी परेशान है।उसका कहना है कि मृतक संपत्ति में जब एक तिहाई बराबर के हिस्सेदारी उसके छोटे भाई सुनील सिंह भी है।उससे बैंक मैनेजर ने धोखेबाज जालसाजी करते उससे व उसकी मां के खाते से हिस्सेदारी से अधिक धन निकासी कर मृतक के खाते में ट्रांसफर कर दिया। इस बाबत उच्चाधिकारियों शिकायत करने पर बीते करीब 9 महीने से जांच संचालित है।इससे आहत पीड़ित परिवार काफी आहत है।धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होगा।

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