कूट रचना कर पैट्रोल पम्प के फर्जी लाइसेंस बनाकर धोखाधड़ी करने वाले 02 अन्तरार्जिय अभियुक्त गिरफ्तार

रेउसा सीतापुर । कूट रचना कर पैट्रोल पम्प के फर्जी लाइसेंस बनाकर धोखाधड़ी करने वाले 02 अन्तरार्जिय अभियुक्त गिरफ्तार।
पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र द्वारा जनपद में अपराध नियंत्रण हेतु जनपदीय पुलिस को घटनाओं को रोकनें व वांछित अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं। उक्त दिये गये निर्देशो के अनुपालन के अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी प्रकाश कुमार के निकट पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी बिसवां उदय राज सिंह के कुशल नेतृत्व में पुलिस टीम थाना रेउसा .प्रभारी निरीक्षक घनश्याम राम.उ0नि0 झारिया सिंह .का0 शूभम तिवारी का0 विशेष भाटी.का0 समरजीत मौर्य एसओजी टीम- .निरीक्षक सतेन्द्र विक्रम सिंह उ0नि0 राजबाहादूर .उ0नि0 प्रदीप कुमार द्वीवेदी .का0 राहुल कुमार.का0 भूपेन्द्र राणा का0 अंकुर बालियान .का0 भानू राठी संयुक्त पुलिस टीम द्वारा 10.जनवरी .2024 को थाना स्थानीय पर 04.जनवरी 24 को वादी शिव कुमार से प्राप्त तहरीर पर पंजीकृत अभियोग मु0अ0सं0 09/24 धारा 420/467/468/471 भादवि में नामजद अभियुक्तों .धीरज सक्सेना उर्फ रामबाबू पुत्र स्व0 नवीन कुमार सक्सेना .उमेश कुमार श्रीवास्तव पुत्र रघुवीर श्रीवास्तव निवासीगण 441/266 हरिनगर कालोनी जल निगम रोड बालागंज लखनऊ को अटल चौक के पास से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। जिनके कब्जे से 02 अदद मोबाइल फोन (ओप्पो,सैमसंग), 05 अदद एटीएम कार्ड (भिन्न-भिन्न बैंक के), एक अदद पेन ड्राइव, 04 अदद मोहर, 02 अदद इंक पैड, 01 अदद इंच टेप (फीता), 02 अदद बैंक चेक, 11 अदद स्टाम्प, अन्य दस्तावेज व 480/- रूपये बरामद हुए है। अभियुक्तों द्वारा पूछताछ में बताया गया कि 9.जुलाई.2023 को .शिव कुमार .वीरेन्द्र कुमार पुत्रगण शम्भू दयाल निवासी ग्राम पतरासा थाना रेउसा सीतापुर पैट्रोल पम्प लगवाने के लिये हमलोगों के पास लखनऊ इंडियन आयल ऑफिस आये थे। जिनसे हमलोगों ने पैट्रोल पम्प का लाइसेंस बनवाने को बोलकर 05 लाख रुपये लिये थे तथा बाद में शिवकुमार व वीरेन्द्र को हमलोगो ने फर्जी लाइसेंस व 03 लाख रुपये का फर्जी रसीद दे दिये थे। अभि0गण द्वारा पूर्व में भी आम जनमानस से पैट्रोल पम्प का लाइसेन्स तथा प्रधानमंत्री आवास योजना दिलाने के नाम पर ठगी करने तथा फर्जी दस्तावेज तैयार कर लोगो से धोखाधड़ी व मोटी रकम वसूल करने की बात स्वीकार किया गया है। अभियुक्तगण द्वारा एक गिरोह बनाकर ठगी/धोखाधड़ी का कार्य किया जाता है। अभियुक्तगण धीरज व उमेश उपरोक्त का चालान मा0 न्यायालय किया गया है। अभियुक्तों के विरुद्ध नियमानुसार निरोधात्मक कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए अपराध से अर्जित संपत्ति का पता लगाकर नियमानुसार विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। जनपद में अपराध एवम् अपराधियों के विरुद्ध इसी प्रकार निरंतर प्रभावी कार्यवाही चलती रहेगी।

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