रामलला की प्राण प्रतिष्ठा: दीपोत्सव कुम्हारों के लिए लाया ऑफ सीजन में नए रोजगार के अवसर!

  • देश में पहली बार होली से पहले मनेगी दीपावली, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर लोगों में भारी उत्साह
  • 22 जनवरी को घर-घर जलेगी राम ज्योति, मंदिरो में गूजेंगे भजन
  • बाजारों में बढ़ी मिट्टी के दीयों की मांग,पूरे देश में दीपावली जैसा होगा माहौल
  • मंदिरों में श्रीराम भजन, कीर्तन, सुंदर कांड के पाठ और होंगे भंडारे

निष्पक्ष प्रतिदिन/लखनऊ। श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को है। प्राण प्रतिष्ठा का उत्साह सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में सभी जगहों पर देखा जा रहा है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा इस दिन सभी देशवासियों से राम ज्योति जलाने की अपील के बाद राजधानी लखनऊ ही नहीं बल्कि समूचे उत्तर प्रदेश में जहां मिट्टी के दीयों की मांग बढ़ गई है।तो वहीं दीपोत्सव कुम्हारों के लिए ऑफ सीजन में रोजगार का नया अवसर भी लेकर आया है।रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश में एक उत्सव का माहौल है। अब राम भक्त भी इस दिन को यादगार बनाने के लिए तैयारी में जुटे हुए हैं।विभिन्न हिंदू संगठन एक जनवरी से घरों में पूजित अक्षत व आमंत्रण पत्रक लेकर घर घर पहुंच रहे है। जबकि मंदिरो में पीतल के कलश बांट रहे हैं।

इधर कुम्हारों की चाक तेजी से घूमने लगी है। दीपावली के बाद यह पहली बार होगा जब प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा की शाम हर घर दीये से जगमग होगा। अयोध्या के साथ कुम्हारों का परिवार भी उत्सव में झूमेगा।सभी मंदिरों में दीप जलाकर उत्‍सव भव्य उत्सव मनाने तथा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर राजधानी लखनऊ में बड़े पैमाने पर तैयारी चल रही है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल आदि हिंदू संगठन पूरे दमखम के साथ लगे हुए है।प्रत्येक कुम्हारों के घरों में औसतन आठ से दस हजार मिट्टी के दीये बनाकर रखे जा चुके हैं। 19 जनवरी से घूम-घूमकर दीये बेचने की योजना है। इसके अलावा दुकानों में करोंज के तेल का स्टाॅक आना शुरू हो गया है। भाजपा की ओर से सभी मंदिरो में दीप जलाकर उत्सव मनाने की तैयारियां बहुत ही जोर शोर से चल रही हैं।

बता दें कि 22 जनवरी को अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के मंदिर में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर देशभर में उत्साह का माहौल है। तो वहीं दीपोत्सव कुम्हारों के लिए ऑफ सीजन में रोजगार का नया अवसर लेकर आया है। प्राण प्रतिष्ठा की संध्या पर मनाये जाने वाले दीपोत्सव के लिए बाजार में अभी से दीयों की मांग होने लगी है।ऑफ सीजन में दीयों की एडवांस बुकिंग आने से कुम्हारों के चाक रात-दिन घूम रहे हैं और भट्ठियां सुलग रही हैं। पहली बार कुम्हारों के लिए होली से पहले दीवाली जैसा माहौल है। रामभक्तों की ओर से अयोध्या से आए पूजित अक्षत वितरण के लिए शोभायात्रा निकाली जा रही हैं। गांव-मोहल्ले से लेकर शहर की गलियां श्री रामलला के जयकारों से गूंज रही हैं।रामभक्त 22 जनवरी को अयोध्या पहुंचने का घर-घर निमंत्रण देने के साथ संध्या पर घरों को दीये जलाने का आह्वान कर रहे हैं। कई धार्मिक, सामाजिक और हिन्दू संगठनों के ओर से मिट्टी के दीये भी बांटे जा रहे हैं।

भरत नगर मड़ियांव निवासी समाजसेवी अधिवक्ता ठाकुर प्रहलाद सिंह ने बताया कि उन्होंने 11 हजार दीयों का आर्डर दिया है। दीपोत्सव कुम्हारों के लिए ऑफ सीजन में रोजगार का नया अवसर लेकर आया है।कुम्हार विकास कुमार ने बताया कि 22 जनवरी को हर घर दीप जलेंगे। मेरे पास दीये का भरपूर स्टाक है। इसकी मांग बढ़ने पर और दीये बनाए जाएंगे।रितेश कुमार प्रजापति ने बताया कि उनके पास छह हजार दीये का स्टाक है। फिलहाल एक रूपये दीये बिक रहा है। मांग अधिक बढ़ती है, तो दामों में उछाल होगा।कुम्हार गंगा शरण प्रजापति और उनके भाई रमेश प्रजापति काफी उत्साहित हैं। गंगा शरण प्रजापति बताते हैं दीपोत्सव के लिए मिट्टों की दीयों की एडवांस बुकिंग है। रात-दिन चाक चला रहे हैं, फिर भी बाजार की मांग पूरी करने में असमर्थ हैं।बीकेटी क्षेत्र के बीकामऊ गांव के प्रेम, राधे, हरबाबू, देशराज बताते हैं कि घना कोहरा होने से दीये नहीं बन पा रहे हैं। ऐसे में हम लोग खुद ही दीये तैयार कर रहे हैं।हरबाबू ज्योति को लेकर काफी खुश है, क्योंकि दीपावली के बाद उनका काम काफी मंदा हो गया था. अब मिट्टी के दीयों की बढ़ती मांग को देखते हुए उनके चाक दिन-रात चल रहे हैं, क्योंकि बाजार से मिट्टी के दीयों की भरी मांग है। राधे प्रजापति बताते हैं कि वह पिछले एक सप्ताह से दीए बनाने में जुटे हुए हैं। उनके अलावा उनके मोहल्ले में और भी लोग दिया बनाने का काम कर रहे हैं। मौसम में नमी होने और धूप न निकलने से उन्हें परेशानी भी हो रही है। इसलिए दिए सुख नहीं पा रहे हैं।फिर भी अभी तक 30 हजार दीये हम लोगों बनाकर तैयार कर लिए हैं।और अभी दीये बनाने का कार्य लगातार जारी रहेगा।क्योंकि उन्हें 22 जनवरी के कार्यक्रम को लेकर दीयों की अच्छी बिक्री होने की उम्मीद है।उन्होंने यह भी कहा कि दीपावली की तरह ही इस बार भी नए साल में उन्हें अच्छी कमाई होगी।

22 जनवरी को बड़ी दीवाली मनाए जाने की तैयारियां शुरु

22 जनवरी को बड़ी दिवाली के तौर पर मनाने की प्लानिंग है।मंदिरों में श्रीराम भजन, कीर्तन, सुंदर कांड के पाठ और भंडारे होंगे।जिससे हर कोई काफी उत्साहित दिखाई दे रहा है।सीतापुर के एमएलसी पवन सिंह चौहान ने कहा कि 500 वर्ष के बाद ये दिवस देखने को मिल रहा है। समस्त समाज प्रतीक्षा में था। 500 साल का संघर्ष समाज ने किया। हमारी 20 से 25 पीढ़ियां संघर्षरत रहीं। लाखों बलिदान हुए। 70-75 साल का संघर्ष कोर्ट में चला। हमारे काफी पूर्वज चले गए। अब प्रभु राम की असीम कृपा हुई। हम सौभाग्यशाली हैं कि ये दिन देखने को मिल रहा है। प्रभु श्री राम के आशीर्वाद से काज पूर्ण हो रहा है। कोर्ट के आदेश के बाद तैयारी शुरू हुई। 5 अगस्त 2020 को अयोध्या जी धाम में भूमि पूजन हुआ। अब प्राण प्रतिष्ठा की घड़ी नजदीक है। हम हर्षित, उत्साहित और प्रसन्न हैं।

पूरे शहर में दीवाली जैसा होगा माहौल

जिलाध्यक्ष विनय प्रताप सिंह ने बताया कि 22 जनवरी को श्रीराम जन्मभूमि आयोध्या में रामलला का प्राण प्रतिष्ठा होना है। इस दिन हर घर दीप जलाकर लोग दीपोत्सव मनाएंगे।इस दिन को यादगार बनाने के लिए भाजपा व्यापक तैयारियां की है। सभी मंदिरो में दीप जलेगा। जबकि भजन कीर्तन का आयोजन होगा। जिसमें आसपास के लोगों को आमंत्रित किया जाएगा।

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