मालदीव के विपक्षी नेता मिकाइल अहमद नसीम ने देश में विशेष संसद सत्र बुलाने का किया आग्रह

मालदीव। मोहम्मद मुइज्जू सरकार के मंत्री के जरिए पीएम मोदी के खिलाफ की गई विवादित टिप्पणी के बाद मालदीव की राजनीतिक भूचाल आ चुका है। मालदीव के विपक्षी नेताओं ने भारत के साथ बिगड़ते रिश्तों के लिए मोहम्मद मुइज्जू सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

वहीं, बुधवार को मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद मिकाइल अहमद नसीम ने देश के संसद अध्यक्ष से इस मामले पर विदेश मंत्री को संसद में तलब करने का आग्रह किया है।

विदेश मंत्री को संसद में किया जाए तलब: मिकाइल अहमद नसीम
मिकाइल अहमद नसीम ने कहा,”पीएम मोदी और भारत के खिलाफ की गई वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा टिप्पणियों पर पूछताछ के लिए मैंने संसद अध्यक्ष से विदेश मंत्री को संसद में तलब करने की गुजारिश की है।”

सरकार औपचारिक माफी जारी करे: विपक्षी नेता
बता दे कि इस समय मालदीव में संसद की कार्यवाही स्थगित है। लेकिन, मिकाइल अहमद नसीम का कहना है कि इस मामले पर संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए। वहीं, उन्होंने कहा कि स्थिति की गंभीरता के लिए आवश्यक है कि सरकार औपचारिक माफी जारी करे और संबंधित मंत्रियों को तुरंत बर्खास्त कर दे।

फैयाज इस्माइल ने मालदीव सरकार को दी सलाह
इससे पहले मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्यक्ष फैयाज इस्माइल ने कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ नेताओं के जरिए की गई टिप्पणी की वजह से मालदीव की प्रतिष्ठा खराब हो रही है। मालदीव सरकार को भारत सहित पूरी दुनिया को यह बताना चाहिए कि पीएम मोदी के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने वाले नेताओं ने अपने विचार प्रकट किए। इन टिप्पणियों से मालदीव सरकार का कोई लेना-देना नहीं है।

मालदीव नेता के बिगड़े बोल
मालदीव की सूचना और कला उप मंत्री मरियम शिउना ने भारत के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की और भारत के लिए ‘विदूषक’ और ‘इजरायल की कठपुतली’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया। इसके अलावा प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव के सदस्य जाहिद रमीज ने भारत के लक्षद्वीप पर तंज कसते हुए यह कहा था, भारत हमसे कंपटीशन करना चाहता है। वे हमारी जितनी व्यवस्था कैसे दे पाएंगे। वे इतने साफ-सफाई कैसे रख पाएंगे।

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