पटना। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने त्याग दे दिया है। उन्होंने सरकार को अपना इस्तीफा भेज दिया है। उनका इस्तीफा भी सामने आया है। जिसमें उन्होंने लिखा, मैं केके पाठक अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, बिहार के पद का प्रभार स्वत: परित्याग करता हूं।
बता दें कि बीते कुछ समय से केके पाठक काफी चर्चा में थे। शिक्षकों में भी उनको लेकर खौफ देखने को मिल रहा था। वहीं, विपक्ष भी लगातार उन पर आरोप लगा रहा था। बीजेपी नेताओं ने तो केके पाठक पर तानाशाही रवैया अपनाने का भी आरोप लगाया था। राजद और जदयू के एमएलसी भी केके पाठक के खिलाफ राज्यपाल के पास गए थे।
केके पाठक के बारे में जानिए
केके पाठक 1990 बैच के IAS अधिकारी रह चुके हैं।
उन्होंने शुरुआती पढ़ाई यूपी से की थी। 1990 में उन्हें कटिहार में पहली पोस्टिंग मिली।
1996 में पहली बार केके पाठक पहली बार डीएम बने थे।
2015 में आबकारी नीति लागू करने में केके पाठक का अहम योगदान रहा।
केके पाठक को जून 2023 में मद्य निषेध विभाग से हटाकर बिहार शिक्षा विभाग
का अपर मुख्य सचिव बनाया गया।
KK Pathak ने कितनी पढ़ाई की है?
केके पाठक बचपन से पढ़ाई में मेधावी थे।
केके पाठक ने अर्थशास्त्र से स्नातक कर रखा है।
इसके बाद उन्होंने अर्थशास्त्र से ही एम. फिल कर रखा है।
केके पाठक की यूपीएससी में रैंक टॉप 40 में थी।
1990 में केके पाठक की पहली पोस्टिंग कटिहार में हुई थी।