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औरैया। समाजसेवी संगठन एक विचित्र पहल द्वारा स्वच्छता अभियान को दृष्टिगत रखते हुए प्रथम चरण से यमुना तट पर स्थित अंत्येष्टि स्थलों पर अनवरत सफाई अभियान चलाया जा रहा हैं। जिसके अंतर्गत समिति के संस्थापक आनन्द नाथ गुप्ता एडवोकेट के नेतृत्व में अंत्येष्टि स्थलों पर 162 वें चरण में सफाई यंत्रों के सहयोग से सफाई अभियान चलाते हुए लगभग दो कुंतल कचरा व अपशिष्ट आग द्वारा नष्ट किया गया। समिति के अध्यक्ष राजीव पोरवाल (रानू) ने बताया कि श्मशान स्थल साफ-सफाई से शव यात्रा में साथ आए हुए लोगों को अपने परिजनों की अंत्येष्टि करने में काफी सहूलियत मिलती है, आगे भी सफाई अभियान जारी रहेगा।
अभियान के उपरांत यमुना तट पर स्थित राम झरोखा में आवश्यक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें यमुना तट से संबंधित समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया बैठक में समिति के संस्थापक ने बताया कि यमुना नदी में शहर व गांव के कई गंदे नाले गिरने से यमुना जल निरंतर प्रदूषित हो रहा है, उन्होंने धार्मिक आस्था को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन से यमुना नदी में गिर रहे गंदे नालों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है, उन्होंने बताया कि नदी जल संरक्षण के चलते समिति द्वारा संचालित 161 चरणों में लगभग 48 टन कचरा व अपशिष्ट आग द्वारा नष्ट कर यमुना नदी में जाने से रोका गया। उन्होंने यमुना नदी की पवित्रता व जल संरक्षण के साथ उसके अस्तित्व को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए धार्मिक मूर्तियां, पुस्तकें, हवन सामग्री व अन्य अपशिष्ट यमुना नदी में प्रवाहित न करने की अपील की है। बैठक के समापन पर समिति द्वारा सफाई कर्मियों को कंबल, साड़ी व आर्थिक भेंट प्रदान की गई। सफाई अभियान व बैठक में प्रमुख रूप से समाजसेवी एल.एन.गुप्ता, राजीव पोरवाल (रानू), आनन्द नाथ गुप्ता एडवोकेट, सतीश चंद्र, अजय बाल्मीक व रामप्रसाद आदि सेवादार मौजूद रहे।