राष्ट्रपति पद पर डोनाल्ड ट्रंप की वापसी से कुछ देशों में बेचैनी बढ़ी है, जबकि कुछ देश खुशी जाहिर कर रहे हैं. भारत ने ट्रंप की सत्ता में वापसी का स्वागत किया है. योग गुरु बाबा रामदेव ने ट्रंप को उनकी चुनावी जीत पर बधाई देते हुए कहा कि ट्रंप भारत से बेहद प्यार करते हैं और सनातन धर्म के समर्थक हैं. उन्होंने ट्रंप की “अमेरिका फर्स्ट” नीति की सराहना करते हुए कहा कि यह विचारधारा पूरी तरह से भारत की राष्ट्रवाद पर आधारित विचारधारा से मेल खाती है. रामदेव ने कहा कि ट्रंप की इस जीत से भारत और अमेरिका के संबंधों से नए युग की शुरुआत हुई है
मीडिया से बातचीत में रामदेव ने कहा कि ट्रंप के लिए राष्ट्रवाद सर्वोपरि है. जिस तरह हम भारत में राष्ट्रवाद को प्राथमिकता देते हैं, उसी प्रकार ट्रंप की विचारधारा में भी अमेरिका पहले है. रामदेव ने आगे कहा कि जो अपने देश को पहले रखता है, वही प्रगति करता है और इतिहास में अपनी जगह बनाता है उन्होंने ट्रंप की वापसी पर बधाई देते हुए इसे उनकी “अमेरिका फर्स्ट” विचारधारा की जीत बताया
दोनों देश आपसी संबंधों को मजबूत करेंगे- रामदेव
रामदेव ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्रंप की जीत पर उन्हें बधाई दी है. उन्होंने ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान भारत-अमेरिका संबंधों की सकारात्मक प्रगति का उल्लेख करते हुए सितंबर 2019 में ह्यूस्टन में हाउडी मोदी कार्यक्रम और फरवरी में अहमदाबाद में नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम को याद किया. उन्होंने विश्वास जताया कि भविष्य में दोनों देश वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए मिलकर काम करेंगे. रामदेव ने वैश्विक व्यापार में दोनों देशों की साझेदारी की सराहना की और कहा कि तकनीकी, रक्षा, ऊर्जा, अंतरिक्ष और अन्य क्षेत्रों में भारत और अमेरिका भविष्य में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के प्रति प्रतिबद्ध हैं
ट्रंप ने रचा है इतिहास
इस बार ट्रंप को अमेरिका में राष्ट्रपति बनने के लिए जरूरी 270 इलेक्टोरल वोट से अधिक मत प्राप्त हुए हैं. व्हाइट हाउस में दो गैर-लगातार कार्यकालों के लिए सेवा करने वाले राष्ट्रपति का यह केवल दूसरा उदाहरण है. पिछले 100 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है इससे पहले ग्रोवर क्लीवलैंड ने 1884 और 1892 में इसी तरह दो गैर-लगातार कार्यकालों में राष्ट्रपति पद संभाला था. ट्रंप ने इससे पहले 2016 से 2020 तक अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया है