नोएडा। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र के आर्यन रेजीडेंसी और लॉयड के हॉस्टल में रह रहे 200 से अधिक छात्र फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए।
इसके बाद पूरे हॉस्टल में हड़कंप मच गया। इस मामले का संज्ञान अब योगी सरकार ने भी ले लिया है। सरकार ने मामले की रिपोर्ट मांगी है।
तबीयत बिगड़ने के बाद छात्रों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद काफी छात्रों को डिस्चार्ज कर दिया गया है।
वहीं कुछ का उपचार चल रहा है। पुलिस का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में है, फूड विभाग को जानकारी दे दी गई है।
200 से अधिक छात्रों की तबीयत बिगड़ी
पुलिस का कहना है कि छात्रों की संख्या 200 से अधिक है। दर्जनों छात्रों को उपचार के बाद छोड़ दिया गया है। फूड विभाग की टीम को सूचना दे दी गई है, उनकी टीम खाने की जांच के लिए पहुंच रही है।
तीन अस्पतालों में भर्ती हैं छात्र
बीमार छात्रों को कैलाश अस्पताल ग्रेटर नोएडा, वैक्सन अस्पताल नॉलेज पार्क व शारदा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मेस इंचार्ज हिरासत में
इतनी बड़ी घटना के बाद जांच कर रही पुलिस ने मेस के इंचार्ज को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
योगी सरकार ने लिया संज्ञान
योगी सरकार के गृह विभाग ने मामले का संज्ञान लेकर पुलिस व जिला प्रशासन से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। एसडीएम वेद प्रकाश पांडे कैलाश अस्पताल पहुंचकर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं।
छात्रों ने बताया है कि शुक्रवार को उन लोगों ने महाशिवरात्रि पर व्रत रखा था। व्रत के लिए कुट्टू के आटे की पूरी, आलू और टमाटर की सब्जी व कुछ अन्य चीज बनाई गई थी, जिसे खाने के बाद वह बीमार हुए हैं।
एपीजे कॉलेज के 12 छात्र अब तक उपचार के लिए ग्रेटर नोएडा के कैलाश अस्पताल पहुंच चुके हैं।