मानव वन्यजीव संघर्ष पर नियंत्रण के लिए आयोजित हुआ कार्यशाला

कतर्नियाघाट के जंगली जानवरों से बचाने हेतु ब्लाक सभागार में आयोजित हुआ जागरूकता कार्यक्रम

जंगल के किनारे निवास करने वाले ग्रामीणों प्रधानों सचिवों लेखपालों को किया गया प्रशिक्षित

उपजिलाधिकारी तथा बीडीओ मिहींपुरवा ने दिये सुरक्षा के टिप्स लाढी डंड़ा टार्च लेकर चले ग्रामीण

मिहींपुरवा बहराइच –मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र में पड़ने वाले कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग में काफी संख्या में जंगली जानवर पाये जाते हैं। जंगल में विचरण करने वाले हिंसक जंगली जानवर अक्सर शिकार की तलाश में गांव की ओर चले आते हैं और जंगल से सटे गांवों में पंहुचकर ग्रामीणों पर पालतू मवेशियों हमलाकर देते हैं। जिससे गांव वालो को जान जोखिम का खतरा बराबर बना रहता है। कभी कभी जंगली जानवरों के हमले में ग्रामीणों की जान तक चली जाती है। अथवा जंगली जानवरों के हमले से गंभीर रूप से घायल होने पर विकलांगता की जिन्दगी जीनी पडती है। सरकार के निर्देश पर मानव वन्यजीव संघर्ष नियन्त्रण के लिए तमाम योजनाएं चलाई जा रही है। मानव वन्यजीव संघर्ष को कम करने संबंध में शनिवार को मिहींपुरवा विकास खण्ड के सभागार में उपजिलाधिकारी मिहींपुरवा संजय कुमार की अध्यक्षता में मानव वन्यजीव संघर्ष रोकने के लिए एक कार्यशाला आयोजित की गयी।

जिसमें जंगल के किनारे बसे 19 ग्राम पंचायतों के लगभग सौ से अधिक मजरों को जंगली जानवरों के हमले से प्रभावित होने का चयन किया गया। जंगली जानवरों के हमले से प्रभावित ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधान सचिव लेखपालों तथा मौजूद ग्रामीणों को जंगली जानवरों के हमलों से बचाने के लिए प्रतीक्षित किया गया। एसडीएम मिहींपुरवा संजय कुमार ने कहा कि राजस्व विभाग, वन विभाग, विकास विभाग, शिक्षा विभाग, पुलिस विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी सभी गांव में जाकर चौपाल लगाकर ग्रामीणों को हिंसक वन्य जीवों के हमले से बचाव हेतु जानकारी देंगे। साथ ही ऑटो रिक्शा पर लाउडस्पीकर लगाकर ग्रामीणों को जागरूक करें। इस दौरान प्रशासन स्तर पर कई टीम में गठित की गई है जिनकी निगरानी हेतु नोडल अधिकारी भी नामित किए गए हैं। एसडीएम ने कहा कि महसी क्षेत्र में भेड़िए के हमले की घटनाये काफ़ी चिंताजनक है मिहींपुरवा तहसील में वन्यजीवों से होने वाली हिंसक घटनाओं को रोकने हेतु कर्मचारियो के माध्यम से गांव गांव जाकर ग्रामीणों को जागरूक किया जायेगा। जिससे इस तरह की घटनाओं पर काबू पाया जा सके सभी ग्राम प्रधान हिंसक वन्यजीवों के हमले वाले संभावित स्थानों पर सोलर लाइट का प्रस्ताव बनाकर दे। कार्यक्रम में खंड विकास अधिकारी अजीत कुमार सिंह ने कहा कि सभी ग्राम प्रधान एवं ग्राम सचिव अपने-अपने गांव में शत प्रतिशत शौचालय पूर्ण कर लें तथा ग्रामीणों को शौचालय का प्रयोग करने हेतु प्रेरित करें। इस मौके पर एसडीएम संजय कुमार, एसडीओ वन विभाग संतोष कुमार, बीडीओ अजीत कुमार सिंह, रेंजर ककरहा डी.पी. कन्नोजिया, पूर्ति निरीक्षक रंजीत कनौजिया, जुगल किशोर चौबे, ग्राम प्रधान व सचिव आदि लोग मौजूद रहे।

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