महिला अग्निवीर की खुदकुशी के मामले पर इंडियन नेवी चीफ एडमिरल आर हरि कुमार ने जवाब दिया है. नेवी चीफ ने कहा कि महिला अग्निवीर की आत्महत्या पर जांच कमेटी बना दी है. हम अपने ट्रेनिंग सेंटर में मनोवैज्ञानिक और अफसरों को नियुक्त करते हैं जो रिक्रूट से संपर्क में रहते हैं. अग्निपथ योजना का लागू होना बहुत जरूरी ट्रांसफॉर्मेशनल चेंज है. बता दें कि इंडियन नेवी चीफ एडमिरल आर हरि कुमार ने आज नेवी डे के मौके पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और तमाम सवालों के जवाब दिए. आइए जानते हैं कि उन्होंने और क्या कहा?
महिला अग्निवीर खुदकुशी केस की होगी जांच
बता दें कि बीते 28 नवंबर को खबर आई थी कि मुंबई में 20 साल की एक महिला अग्निवीर ने खुदकुशी कर ली थी. आईएनएस हमला में उसकी ट्रेनिंग चल रही थी. नेवी चीफ ने अब इसकी जांच की बात कही है. महिला अग्निवीर की आत्महत्या की वजह का पता अभी तक नहीं लग पाया है
तेजी से बढ़ी महिला अग्निवीरों की संख्या
इंडियन नेवी चीफ एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि अग्निवीरों का हमारा पहला बैच इस साल मार्च में आईएनएस चिल्का से ग्रेजुएट हुआ है. अहम बात है कि अग्निवीरों के इस बैच में 272 महिला ट्रेनी थीं. इससे भी आगे बढ़ते हुए अग्निवीरों के अभी के बैच में कुल 454 महिलाएं हैं. आईएनएस चिल्का में अग्निवीरों के तीसरे बैच के शामिल होने के बाद महिला अग्निवीरों की टोटल संख्या अब 1000 के पार पहुंच गई है.
सुरक्षा पर क्या बोले इंडियन नेवी चीफ?
नेवी चीफ ने ये भी कहा कि हम अपने इलाके में आने वाले हर जहाज पर नजर रख रहे हैं और हम आसपास की हर हरकत को जानते हैं. हम नई तकनीकों को विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं. हमें इंडस्ट्री से बहुत अच्छी मदद मिल रही है. मालदीव में भी हम मदद के काम कर रहे हैं. उन्हें समुद्री सुरक्षा में मदद कर रहे हैं. हम सरकार के आदेश के अनुसार काम करते हैं.
अमेरिका से संबंधों पर भी दिया बयान
अमेरिकी संबंधों पर इंडियन नेवी चीफ एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि हम अमेरिकन नेवी के साथ लंबे वक्त से प्रैक्टिस करते रहे हैं. हमारे संबंध पुराने हैं. अगले साल हम मलाबार जॉइंट एक्सरसाइज को और ज्यादा बड़ा करेंगे.
कतर में भारतीयों को बचाने के लिए क्या है तैयारी?
वहीं, कतर में आठ पूर्व नौसैनिकों को वापस लाने पर नेवी चीफ ने कहा कि हम उनके हित में काम कर रहे हैं. भारत सरकार उनको वापस लाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है. जान लें कि इंडियन नेवी के आठ पूर्व नौसैनिकों को कतर की एक अदालत ने 26 नवंबर को मौत की सजा सुनाई थी. भारत ने तब कहा था कि वह इस फैसले से सरप्राइज है और इस मामले के सभी कानूनी ऑप्शन्स पर विचार कर रहा है. मौत की सजा के खिलाफ अपील दायर हो चुकी है और कतर की अदालत ने उसे सुनने के लिए मंजूरी दे दी है