शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष नीरांजना शर्मा व महामंत्री बनी रजनी जौहरी
पीलीभीत। महिला शिक्षक सघं उत्तर प्रदेश की अध्यक्ष सुलोचना मौर्य द्वारा महिला शिक्षक संघ की जिला कार्यकारिणी भंग करने के पश्चात् प्रदेश स्तर से जिला संयोजक एवं दो जिला सहसंयोजक नामित किए गये थे। इसी क्रम में नवीन जिला कार्यकारिणी के गठन के प्रस्ताव हेतु जिला सहसंयोजक वर्षा सक्सेना के निवास स्थान पर एक सूक्ष्म समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि नगर पालिका परिषद पीलीभीत की अध्यक्ष डॉ. आस्था अग्रवाल द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन करके किया गया। उसके बाद वर्षा सक्सेना द्वारा सभी आमंत्रित शिक्षकाओं का बैज एवं तिलक लगाकर स्वागत किया गया। नीरांजना शर्मा द्वारा महिला शिक्षक सघं के उद्देश्यों को विस्तार से बताया गया। इस अवसर पर अमरिया ब्लाक की नवनियुक्त संयोजक संगीता वर्मा, संहसयोजक दिव्या भटनागर, ललौरीखेड़ा ब्लाक की नवनियुक्त सहंसयोजक पुष्पा, बरखेड़ा ब्लाक की संयोजक गिवानी गंगवार, संहसयोजक भावना गंगवार, मरौरी ब्लाक की नवनियुक्त संयोजक पूनम सहगल, सहसंयोजक साक्षी राना, भावना गंगवार, संगीता वर्मा,दबीरा बी सहित सभी को मुख्य अतिथि डॉ. आस्था अग्रवाल द्वारा पौधा देकर सम्मानित किया गया।
उसके पष्चात् जिला कार्यकारिणी के गठन पर चर्चा की गई। ममता गंगवार एवं पूनम सहगल एवं अन्य के द्वारा अध्यक्ष हेतु नीरांजना शर्मा एवं महामंत्री के लिए रजनी जौहरी के नामों को प्रस्ताव रखा गया, जिसे सर्वसम्मति से सभी के द्वारा ध्वनि मत से स्वीकार किया गया। जिला कार्यकारी अध्यक्ष के लिए संगीता वर्मा एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष हेतु पूनम सहगल के नाम पर सहमति बनी। जिला इकाई के लिए उपाध्यक्ष के लिए ममता गंगवार,कोषाध्यक्ष पद हेतु वर्षा सक्सेना के नाम पर सहमति बनाई गई। जिला सहसंयोजक नीरांजना षर्मा ने बताया कि जिला एवं ब्लाक कार्यकारिणी का विस्तार किया जाएगा। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ. आस्था अग्रवाल ने कहा महिला शिक्षक सघं के माध्यम से महिला शिक्षिकाएं महिला साक्तिकरण को और अधिक प्रभावी बना सकती है, उन्होनें नवनिर्वाचित एवं प्रस्तावित सभी शिक्षकाओं को बधाई देते हुए कहा कि आपके नामों पर सहमति बनने के बाद एक तरफ आपके उत्तरदायित्व भी बढ़ेगें तो वही दूसरी तरफ आपको एक ऐसा प्लेटफार्म प्राप्त होगा जिससे आप अपने व्यक्तित्व को निखार सकेगें। उन्होंने कहा कि अब हमारे दे” की महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है, उनके लिए विकास के सभी द्वार खुले हुए है वे किसी भी क्षेत्र में जा सकता है, हमारी सरकार महिलाओं के विकास के लिए समय-समय पर अनेकों विकासोन्मुख कार्यों को पूरा कर रही है। आज केवल महिलाओं मे केवलआत्मविष्वास की कमी है और जिस दिन हमारे देष की महिलाओं में आत्मविष्वास आ जाएगा।उस दिन हमारे देष को विकासषील से विकसित दे”। बनने से कोई नहीं रोक पायेगा इसमें महिला शिक्षक सघं एक महत्वपूर्ण मंच है। संचालन वर्षा सक्सेना ने किया।