बहराइच में भेड़ियों ने एक महिला समेत 8 मासूमों को बनाया अपना शिकार

उत्तर प्रदेश के बहराइच में आदमखोर भेड़ियों का आतंक थम नहीं रहा है. खूंखार भेड़ियों को पकड़ने के लिए 5 वन प्रभाग की 25 से ज्यादा टीमें लगी हुई हैं. वन विभाग ने प्रभावित इलाके में 6 भेड़िए होने को बात कही थी. इनमें 4 भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है. दो भेड़िए पकड़ना बाकी हैं. लेकिन इनके हमले लगातार जारी हैं. ग्रामीण बचे हुए भेड़ियों को संख्या ज्यादा बता रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जरूरत पड़ने पर आदमखोर भेड़ियों को गोली मारने का आदेश दिया है.

खूंखार भेड़ियों से लोगों को निजात दिलाने के लिए अब वन विभाग की टीम ने अंतिम पोजीशन ले ली है. वन विभाग के अधिकारी के मुताबिक, आदमखोर भेड़ियों से प्रभावित इलाकों में नौ शूटरों की टीम तैनात की गई है, इनमें 6 शूटर वन विभाग और 3 पुलिस डिपार्टमेंट के हैं. वन विभाग ने प्रभावित इलाके को तीन बड़े हिस्सों में बांटा है. इनमें एक-एक विशेष दल बनाए गए हैं और इनमें 3-3 शूटर रखे गए हैं. साथ ही एक टीम को रिजर्व में रखा गया है.

आदमखोर भेड़ियों को गोली मारने का आदेश
बहराइच जिले में भेड़ियों के हमलों में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें सबसे ज्यादा संख्या मासूम बच्चों की है. सोमवार को सीएम योगी ने बहराइच और पीलीभीत सहित राज्य के कुछ इलाकों में मानव-वन्यजीव संघर्ष पर चिंता जताई थी. मंगलवार को उत्तर प्रदेश के वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरुण सक्सेना जमीनी स्थिति की समीक्षा करते हुए आदमखोर भेड़ियों को हर हाल में पकड़ने के निर्देश जारी किए थे. भेड़ियों को जरूरत पड़ने पर गोली मारने के आदेश जारी किए हैं.

किसी भी हाल में नहीं रहेंगे जंगल में
वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि भेड़ियों को पकड़ने के लिए टीमें लगी हुई हैं. उनका मुख्य काम आदमखोर भेड़ियों को पहचान कर उससे लोगों को जल्द से जल्द निजात दिलाना है. उन्होंने बताया कि टीम की पहली कोशिश है कि जैसे ही आदमखोर भेड़िया दिखाई दे उसे पकड़कर पिंजड़े में बंद किया जाए फिर उसे किसी चिड़ियाघर में भेजा जाए. उन्होंने बताया कि अगर जरूरत पड़े उसे गोली मार दी जाए. भेड़ियों को किसी भी हाल में अब जंगलों में नहीं रहने देना है.

भेड़ियों का सबसे ज्यादा आतंक बहराइच के महसी तहसील क्षेत्र में है. यहां भेड़ियों ने हमला कर 7 बच्चों समेत 8 लोगों को मार डाला और 36 लोग घायल किए हैं. दो दिन पहले भी आदमखोर भेड़िए ने एक 5 साल की मासूम बच्ची पर झपट्टा मारा था. ग्रामीणों का शोर सुनकर वह बच्ची को घायल कर भाग गया था.

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