क्यों डंकी हुए हरियाणा के युवा? राहुल गांधी की इस टिप्पणी पर भाजपा नेता दुष्यंत गौतम ने कड़ी प्रतिक्रिया की जाहिर

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हरियाणा के युवाओं की बेरोजगारी पर एक पोस्ट लिखा। सवाल उठाया, क्यों डंकी हुए हरियाणा के युवा? राहुल गांधी की इस टिप्पणी पर भाजपा नेता दुष्यंत गौतम ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है।

दुष्यंत गौतम ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि राहुल गांधी को पहले अपने शासन में किए गए कार्यों का आत्मावलोकन करना चाहिए। उन्होंने कहा, राहुल गांधी का इस तरह से डंकी शब्द का इस्तेमाल करना निराशाजनक है। उन्हें खुद अपने शासन के दौरान हरियाणा में किए गए विकास और न्याय के स्तर पर विचार करना चाहिए। पिछले 10 वर्षों में भाजपा ने हरियाणा में विकास को बढ़ावा दिया है। आपको चाहिए था कि आपका जीजा करोड़पति-अरबपति बनते रहे। डीएलएफ के माध्यम से आपने क्या किया। पिछले 10 वर्षों में भाजपा ने देश में विकास के लिए जो प्रयास किए हैं, वह सभी के सामने हैं।

उन्होंने कहा कि आपके शासन में लोगों को नौकरी के लिए पैसे देने को मजबूर किया गया। लोग अपने मकान बेचने के लिए मजबूर हो गए, प्रदेश में दंगा कराने का काम किया गया। हरियाणा में आज शांति है, युवाओं को बिना पर्ची-खर्ची के नौकरी मिल रही है। हरियाणा की जनता डंकी नहीं है, बल्कि डंकी आप हैं। आप देश में शांति को भंग करना चाहते हैं।

बता दें कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा था, क्यों डंकी हुए हरियाणा के युवा? भाजपा द्वारा फैलाई गई ‘बेरोज़गारी की बीमारी’ की कीमत लाखों परिवार अपनों से दूर हो कर चुका रहे हैं। अमेरिका यात्रा के दौरान हरियाणा के उन युवाओं से मुलाकात हुई जो घर परिवार से दूर खुद को पराए मुल्क में खपा रहे हैं। भारत लौटने पर जब उनके परिवार से मिला तो उनकी आंखें दर्द से छलक उठी। अवसरों के अभाव ने बच्चों से उनके पिता और बुजुर्गों से उनके बुढ़ापे का सहारा दूर कर दिया है। 10 वर्षों में भाजपा ने हरियाणा समेत देशभर के युवाओं से रोज़गार के अवसर छीन कर उनके साथ घनघोर अन्याय किया है।

उन्होंने आगे लिखा था, टूटे भरोसे और हारे मन से मजबूर हो कर युवा ‘यातनाओं की यात्रा’ कर रहे हैं। इन प्रवासी पंछियों को अगर अपने देश में, अपनों के बीच बस जीविका का मौका भी मिले तो ये अपना वतन कभी नहीं छोड़ेंगे। हमारा संकल्प है कि कांग्रेस सरकार बनते ही हम हरियाणा में एक ऐसी व्यवस्था बनाएंगे जिसमें युवाओं को सपनों के लिये अपनों से दूर नहीं होना पड़ेगा।

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