चेन्नई में बाढ़ का पानी निकालने में चार दिन क्यों लगेः केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर

चेन्नई। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शनिवार को कहा कि तमिलनाडु सरकार को इस बात की जांच करनी चाहिए कि चक्रवात मिचौंग के कारण चेन्नई और आसपास के इलाकों में आई बाढ़ का पानी निकालने में आखिर चार दिन क्यों लगे? साथ ही लंबे समय तक जलभराव के कारणों की जांच भी की जानी चाहिए। तूफान प्रभावित चेन्नई और आसपास के क्षेत्रों का जायजा लेने के बाद वे पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

केंद्र ने अब तक जारी किए एक हजार करोड़ रुपये
उन्होंने कहा कि जलभराव से निचले इलाकों में लोगों के घरों, कारखानों को नुकसान पहुंचा। बाढ़ के पानी की जल्द से जल्द निकासी के पर्याप्त उपाय किए जाने चाहिए थे। उन्होंने कहा कि बाढ़ आदि प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए राज्य सरकार को दीर्घकालिक योजनाएं बनानी चाहिए।

मोदी सरकार तमिलनाडु के लोगों व सरकार के साथः चंद्रशेखर
चंद्रशेखर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चक्रवात के कारण चेन्नई के लोगों को हुए नुकसान से बेहद चिंतित हैं। वे प्रभावितों को चक्रवाती घटना से उबारने और उनके नुकसान की भरपाई के लिए हरसंभव मदद कर रहे हैं। तमिलनाडु के लिए राहत के तौर पर अब तक एक हजार करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि वह वापस लौटकर यहां की वस्तुस्थिति से पीएम मोदी को अवगत कराएंगे। आपदा की घड़ी में मोदी सरकार तमिलनाडु के लोगों व सरकार के साथ है।

चक्रवात प्रभावित लोगों को दिए जाएंगे छह-छह हजार रुपये
इस बीच, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने चक्रवात मिचौंग से प्रभावित लोगों को छह-छह हजार रुपये नकद सहायता देने की घोषणा की है। उन्होंने बाढ़ प्रभावित फसलों के मुआवजे सहित अन्य मुआवजा राशि में भी बढ़ोतरी की है। जिन लोगों की आजीविका तूफान से प्रभावित हुई है, उन्हें राशन की दुकानों पर नकद सहायता का भुगतान किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने की उच्च स्तरीय बैठक
मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद सचिवालय में उनकी अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई, जिसमें बाढ़ से हुए नुकसान और प्रभावित लोगों को प्रदान की जाने वाली राहत की समीक्षा की गई। सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया कि स्टालिन ने धान सहित बारिश से प्रभावित फसलों (33 प्रतिशत और अधिक) के लिए मुआवजा 13,500 रुपये प्रति हेक्टेयर से बढ़ाकर 17,000 रुपये करने का आदेश दिया है। यदि बारहमासी फसलें और पेड़ प्रभावित हुए हैं तो प्रति हेक्टेयर मुआवजा 18,000 रुपये से बढ़ाकर 22,500 रुपये प्रति हेक्टेयर दिया जाएगा।

प्राकृतिक आपदा में जान गंवाने वालों के परिजनों को मिलने वाली सहायता राशि चार लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख कर दी गई है। उधर, तमिलनाडु भाजपा ने चेन्नई में मिचौंग तूफान से प्रभावित लोगों को राहत सामग्री वितरित की। प्रदेशाध्यक्ष अन्नामलाई की अगुआई में ये अभियान चलाया गया।

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