ठंड में नकली अंडे तो नहीं खा रहे?

सर्दियों के दिनों में लोगों द्वारा अंडों का सेवन ज्यादा मात्रा में किया जाता है। इसका कारण यह है कि अंडों की तासीर गर्म होती है। वैसे अंडा सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। अंडे में मौजूद पोषक तत्वों की करें तो अंडे में मौजूद विटामिन, मिनरल्स, कैल्शियम और प्रोटीन की वजह से इसे सुपरफूड माना जाता है। यह सभी पोषक तत्व सेहत को कई गजब के फायदे देते हैं।

सर्दियों में अंडों की डिमांड बढ़ने की वजह से कई बार लोग ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए बाजार में केमिकल और सिंथेटिक चीजों से बनाए गए नकली अंडे बेचने लगते हैं,जो दिखने में बिल्कुल असली अंडे जैसे ही होते हैं। इन अंडों का सेवन लोगों को बीमार बना सकता है।

इन अंडों को बनाने के लिए जिलेटिन, आर्टिफिशियल कलर और कोएगुलेंट्स जैसी चीजों का यूज किया जाता है, जो केमिकल पॉइजनिंग करके लिवर और किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा नकली अंडों का सेवन कई बार रसायन एलर्जी भी पैदा कर सकता है। अगर आप भी नकली अंडों के सेवन से होने वाले नुकसान से सेहत को बचाना चाहते है तो ये उपाय आपके काम आ सकते हैं। असज

आज हम अपने खास खबर डॉट कॉम के पाठकों को कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं जिनके जरिये वे आसानी से नकली और असली अंडे की पहचान कर सकते हैं।

अंडे का छिलका

अंडों में मिलावट की पहचान करने के लिए सबसे पहले, अंडे के छिलके को देखें। असली अंडे का छिलका हल्का खुरदुरा और दानेदार होता है। जबकि नकली अंडे का छिलका एकदम चिकना होता है। इस तरह के अंडे का छिलका असली अंडे के छिलके से ज्यादा चमकदार हो सकता है।

अंडे को हिलाकर देखना

अंडे की पहचान करने के लिए उसे हिलाकर देखें। असली अंडे को हिलाने पर कोई आवाज नहीं आती जबकि नकली अंडे को हिलाने पर पानी जैसी आवाज आ सकती है।

छिलके की मजबूती

अंडे का छिलका अगर आसानी से टूट जाता है तो वह असली अंडा है। ऐसे अंडे के भीतर एक पतली झिल्ली होती है। जबकि नकली अंडे का छिलका सख्त होता है, जो टूटने पर प्लास्टिक के टुकड़ों जैसा लगता है।

अंडे की जर्दी

असली अंडे की जर्दी गोल और सख्त होती है, जबकि नकली अंडे की जर्दी कम गोल और टूटने में आसान होती है।

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