भारत के मशहूर फैशन डिजाइनर रोहित बल की मौत के बाद उनके सौतेले भाई और दोस्त के बीच उनकी प्रॉपर्टी को लेकर जंग छिड़ गई है फैशन की दुनिया का चमकता सिताया रोहित बल दुनिया को 1 नवंबर को छोड़ कर चले गए थे उनके निधन के बाद सवाल खड़ा हो गया है कि उनकी ब्रांड और संपत्ति का मालिक कौन होना चाहिए, इस पर छिड़ी लड़ाई में, उनके सौतेले भाई राजीव बल और उनके 22 साल के दोस्त, ललित तेहलान उनकी कथित वसीयत को लेकर आमने-सामने खड़े हैं
जब उनके भाई राजीव से पूछा गया कि क्या रोहित बल ने अपनी वसीयत में अपने भाई के सब कुछ अपने परिवार के तौर पर छोड़ा है तो उन्होंने इस बात की पुष्टि या खंडन करने से इनकार करते हुए राजीव बल ने कहा, वसीयत पर मेरी कोई टिप्पणी नहीं है. ललित तेहलान ने दावा किया है कि उनके पास एक ऐसा दस्तावेज है जिसे अभी तक किसी ने नहीं देखा है. उन्हें इसे सब के सामने पेश करने दीजिए और फिर हम कानूनी सहारा लेंगे, जहां तक मुझे पता है, वह परिवार के लिए अजनबी है
राजीव बल ने क्या कहा?
राजीव बल ने कहा, मैं रोहित बल डिजाइन प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर के पद पर काम कर रहा हूं हमारे क्रिएटिव हेड अपना बिजनेस हमेशा की तरह कर रहे हैं हम इस शादी के सीजन में ऑर्डर पाने में व्यस्त हैं जब उन से पूछा गया कि आखिरी दिनों में क्या रोहित बल ने उन से उनके बिजनेस के भविष्य के बारे में बातचीत की थी तो उन्होंने यह भी बताने से इनकार कर दिया
तेहलान ने कहा कि रोहित के पास रोहित बल डिजाइन प्राइवेट लिमिटेड का 99% स्वामित्व है जबकि राजीव के पास सिर्फ 1% स्वामित्व है. हालांकि, तेहलान ब्रांड और संपत्तियों के उत्तराधिकारी के रूप में अपने अधिकार का दावा कर रहे हैं, जिसमें डिफेंस कॉलोनी में दो मंजिलें, नोएडा में एक फैक्ट्री, कुछ जमीन, आर्टवर्क शामिल हैं
सूत्रों ने कहा कि जिस जमीन पर तेहलान दावा कर रहे हैं उस जमीन की कीमत ही 100 करोड़ रुपये से कम नहीं है वहीं दूसरी तरफ, तेहलान यह दावा करते हैं कि वो रोहित बल फैशन के उप- ब्रांडों में से एक फाउंडर है राजीव ने रोहित बल फैशन के उप-ब्रांडों में से एक अलेक्जेंडर जींस के संस्थापक के रूप में तेहलान के दावों को खारिज कर दिया उन्होंने कहा, यह अलेक्जेंडर जीन्स रोहित बल के लेबल के तहत है और तेहलान का इससे कोई लेना-देना नहीं है
ललित तेहलान ने क्या दावा किया?
ललित तेहलान ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह सबूत दिखाने के लिए तैयार हैं उन्होंने कहा, ऐसा नहीं है कि रोहित ने सब कुछ एक ही व्यक्ति के लिए छोड़ दिया है. उन्होंने अपने कुछ स्टाफ की भी रक्षा की, जो 45 सालों से उनके साथ काम कर रहे हैं, साथ ही उन्होंने उनके लिए भी अच्छी रकम का प्रावधान किया ताकि उनकी देखभाल की जा सके
जहां राजीव बल ने तेहलान के अलेक्जेंडर जींस के फाउंडर होने के दावे को खारिज किया वहीं, इस पर तेहलान ने कहा,मैं रोहित बल फैशन के लिए अलेक्जेंडर जींस ले कर आया और मैं सभी बिजनेस चर्चाओं का हिस्सा था, इसलिए, जब रिलायंस समूह ने इसमें निवेश करना चाहा, तो रोहित ने कहा कि चूंकि मुझे अकाउंट मिल गया है, इसलिए मैं इसे ग्रो कर सकता हूं. साथ ही उन्होंने कहा , रोहित कॉरपोरेट्स को अपने कोर ब्रांड पर कब्जा नहीं करने देने के बारे में बहुत ख्याल रखते थे
रोहित बल के 22 साल के दोस्त तेहलान ने इस आरोप पर कि वह बल की विरासत के सही उत्तराधिकारी नहीं हैं, उन्होंने कहा, मैं 17 साल का था जब मैं शाहपुर जाट में मुक्केबाजी करता था, मुझे फैशन के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, लेकिन रोहित बल ने मुझे देखा और फिर उन्होंने मुझे अपना मॉडल बनाया और मेरे पेरेंट्स को आश्वासन दिया कि वो मेरा पूरा ख्याल रखेंगे क्या आपको लगता है कि मैं इसे कभी भूल पाऊंगा? मैं रोहित के विजन को समझता हूं और इसीलिए मैं उनके काम को कभी नहीं बेचूंगा
साथ ही उन्होंने कहा अब तब रोहित हमारे बीच नहीं हैं तो उनकी ब्रांड को आगे ले जाने के लिए मैं कुछ भी करने को तैयार हूं. राजीव को लेकर उन्होंने कहा, राजीवजी के पास फैशन एक्सपोर्ट का अनुभव है और मुझे उनके साथ काम करने में कोई आपत्ति नहीं है
ललित तेहलान के वकील ने क्या कहा?
तेहलान के वकील गुरमुख चौधरी ने कहा कि दस्तावेज, जिसमें कथित तौर पर बल और गवाहों के हस्ताक्षर हैं, “वैध प्रतीत होता है” हालांकि तेहलान ने दावा किया है कि उनके पास साइन-ऑफ के फोटोग्राफिक साक्ष्य हैं, उनके वकील ने कहा कि उन्होंने इसे अभी तक नहीं देखा है तेहलान ने दावा किया कि फैशन डिजाइन काउंसिल ऑफ इंडिया के प्रमुख और रोहित के लंबे समय के दोस्त सुनील सेठी को वसीयत के निष्पादक (Executor) के रूप में नामित किया गया है
सुनील सेठी ने कहा, जब तेहलान और उनके वकील ने मुझे (वसीयत के बारे में) बताया, तो मैंने तुरंत राजीव को फोन किया मैंने अभी तक वसीयत नहीं देखी है, लेकिन तेहलान और उनके वकील इसे मुझे दिखाने के लिए इच्छुक हैं सेठी ने कहा, मैं कानून की उचित प्रक्रिया का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध हूं
साथ ही उन्होंने कहा, अगर दोनों पक्षों के पास जो वो दावा कर रहे हैं वो वसीय है तो तो पहले इनकी जांच की जानी चाहिए (एक कानूनी प्रक्रिया जो वसीयत की वैधता की पुष्टि करती है और निष्पादक को मृत व्यक्ति की संपत्ति का प्रबंधन करने का अधिकार देती है) तभी हम परिवार, दोस्तों और गवाहों के साथ बैठ सकते हैं और मामले पर अदालत जो कहती है उसके अनुसार चल सकते हैं