नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री बनाए जाने के साथ ही दो विधायकों को उप मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह इस बार छत्तीसगढ़ विधानसभा में स्पीकर की भूमिका निभाएंगे, वहीं अरुण साव और विजय शर्मा राज्य सरकार में उप मुख्यमंत्री होंगे. रमन सिंह 2003 से 2018 तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहे हैं. साथ ही इस बार भी वो मुख्यमंत्री के दावेदार माने जा रहे थे. हालांकि पार्टी ने विष्णुदेव साय पर भरोसा जताया है. विधायक दल की बैठक में रमन सिंह ने ही विष्णुदेव साय के नाम का प्रस्ताव पेश किया था, जिस पर सभी नवनिर्वाचित विधायकों ने सर्वसम्मति से अपनी सहमति जताई.
छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह का कहना है,’यह एक बड़ी उपलब्धि है कि एक योग्य उम्मीदवार को सीएम की जिम्मेदारी दी गई है. विष्णुदेव साय नए अवसर के साथ निश्चित रूप से सफल होंगे. पार्टी में सभी की जिम्मेदारी तय है.’
गुटबाजी को दूर रखने में मिलेगी मदद
एक आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाने और दो उप मुख्यमंत्रियों के साथ भाजपा ने सामाजिक समीकरण साधने की कोशिश की है. रमन सिंह राजपूत समाज से आते हैं तो अरुण साव ओबीसी और विजय शर्मा ब्राह्मण हैं. रमन सिंह के साथ ही अरुण साव भी प्रदेश में मुख्यमंत्री की दौड़ में थे. भाजपा को उम्मीद है कि प्रदेश के शीर्ष नेताओं को तरजीह देने से राज्य में गुटबाजी को दूर रखने में मदद मिलेगी.
विष्णदेव साय और रमन सिंह के करीबी हैं शर्मा
विजय शर्मा पार्टी के महासचिव हैं. उन्हें नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ ही रमन सिंह का भी करीबी माना जाता है. हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में उन्होंने मंत्री अकबर भाई को करीब 40 हजार वोटों से हराया है.
सामाजिक समीकरण साधने की कोशिश
राज्य की आबादी में आदिवासियों की संख्या लगभग 32 फीसदी है तथा सरगुजा क्षेत्र के जशपुर जिले से आने वाले विष्णुदेव साय भाजपा की कार्ययोजना में बिल्कुल फिट बैठते हैं. ओबीसी राज्य में सबसे सामाजिक प्रभावशाली सामाजिक समूह है और इसके बाद आदिवासी समुदाय का नंबर आता है.