सफेद हाथी साबित हो रहे सामुदायिक शौचालय

सीतापुर(खैराबाद) सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय बनाने व संचालित करने के लिए पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है वही जिम्मेदार अधिकारी सरकार द्वारा भेजे गए पैसे को घोटालो में बहा रहे है, लाखो रुपये खर्च कर बनाये गए शौचालयो में ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे है वही सचिव व प्रधान हेर फेर करके सरकारी धन का दुरुपयोग कर रहे है। बताते चले कि विकास खण्ड खैराबाद की ग्राम पंचायत सराय भाट में सामुदायिक शौचालय अपनी बदहाली पर आँशु बहा रहा है,जिसके संचालन के लिए जमुना महिला स्वयं सहायता समूह को दी गयी है, लेकिन शौचालय अभी तक संचालित नही हो सका है, व शौचालय में मूलभूत सुविधाएं भी नही है।

ग्राम पंचायत रस्योरा में बने सामुदायिक शौचालय की तो हालात खस्ता हो रखी है, ग्रामीणों ने बताया कि एक खुलता ही नही है, एक आदमी कभी कभार आ जाता है जो बाहर बाहर झाड़ू लगाकर चला जाता है, पश्चिम की तरफ लगा पल्ला यदि खोल दिया तो वो गिर ही जायेगा, वही ग्रामीण पप्पू ने बताया कि इसके अंदर कौन जाएगा जो जायेगा वापस ही नही आएगा क्योकि ये कभी भी गिर सकता है, ऊपर से पानी तक कि व्यवस्था नही है, देखने पर पता चला कि सामुदायिक शौचालय के पास हैंडपंप ही बंद पड़ा है, जबकि सचिव राजकुमार के द्वारा 15/10/2024 को विश्वास स्वयं सहायता समूह को 18000 का केयर टेकर के लिए भुगतान भी किया गया है, अब सोचने वाली बात यह ही की जब शौचालय निष्क्रिय हालात में है तो फिर केयर टेकर का भुगतान क्यो किया जा रहा है, सचिव व प्रधान मिलकर सरकारी धन का दुरुयोग कर अपनी जेबे गरम कर रहे है।
ग्राम पंचायत परसेहरा में बने सामुदायिक शौचालय भी संचालित नही किया जा रहा है,
जब इस सम्बंध में बीडीओ खैराबाद प्रतीक सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जानकारी प्राप्त हुई है जांच कर कार्यवाही की जाएगी।

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