उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा प्रांतीय सिविल सेवा (पीसीएस) प्री, समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ एआरओ) की परीक्षा अलग-अलग तिथियों पर कराने के निर्णय के विरोध में प्रतियोगी छात्र सोमवार को यहां आयोग के गेट पर धरना प्रदर्शन करने पहुंचे, लेकिन पुलिस कर्मियों ने उन्हें खदेड़ दिया.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बीजेपी को युवा विरोधी करार देते हुए विद्यार्थियों पर लाठीचार्ज करने का आरोप लगाया और इसकी निंदा की. उन्होंने दावा किया, “लोक सेवा आयोग में धांधली को रोकने के लिए अभ्यर्थियों ने मांग बुलंद की तो भ्रष्ट भाजपा सरकार हिंसक हो उठी. हम फिर दोहराते हैं: नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं.”
अखिलेश यादव ने लिखा, ‘अब हर हाथ में तिरंगा लहराएगा! भाजपा का ज़ुल्म सहा न जाएगा! युवा विरोधी भाजपा का छात्राओं और छात्रों पर लाठीचार्ज बेहद निंदनीय कृत्य है. हम युवाओं के साथ हैं! इलाहाबाद में UPPSC में धांधली को रोकने के लिए अभ्यर्थियों ने जब अपनी माँग बुलंद की तो भ्रष्ट भाजपा सरकार हिंसक हो उठी. हम फिर दोहराते हैं: नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं. जब भाजपा जाएगी, तब नौकरी आएगी!’
गेट के पास धक्का-मुक्की हुई
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के आसपास भारी संख्या में तैनात पुलिसकर्मियों ने छात्रों को गेट नंबर दो की तरफ आने से रोका, लेकिन छात्र-छात्राओं की भीड़ धक्का मुक्की करते हुए गेट के पास पहुंची और नारेबाजी शुरू की. पुलिस ने छात्रों को तितर बितर करने के लिए उन्हें खदेड़ा, लेकिन आंदोलनरत छात्र फिर से वहां एकत्रित हो गए.